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Raipur. किसान कर्ज माफी के वादे के साथ छत्तीसगढ़ की सत्ता में आई कांग्रेस ने अपना वादा निभाया। लेकिन चुनाव से पहले फिर तो एक बार किसानों में कर्ज माफी की उम्मीद जाग गई है, ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले 4 सालों में सबसे ज्यादा कर पिछले 1 साल में लिए गए हैं। आंकड़ों से यह भी पता चला है कि सबसे ज्यादा बस्तर के किसानों ने कर्ज लिया है।
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2022-23 में किसानों ने लिया 5785 करोड़ कर्ज
कांग्रेस की सत्ता में आने के बाद अब तक प्रदेश भर के 13 लाख से ज्यादा किसानों ने 5700 करोड़ से ज्यादा का कर्ज लिया है। साल 2023 2024 में सरकार ने 6100 करोड़ कर्ज देने का लक्ष्य रखा था। हालिया की 30 जुलाई तक की स्थिति में सरकार ने 5785 करोड रुपए 13 लाख 16 हजार 184 किसानों को दे दिया है, जोकि लक्ष्य का लगभग 95 प्रतिशत है। इतना ही नहीं कांग्रेस की सरकार में 4 साल के आंकड़ों में यह सबसे ज्यादा है। वहीं कांग्रेस नेता इसके पीछे वजह बता रहे हैं कि सरकार जीरो प्रतिशत ब्याज दर में कर्ज देती है इसलिए ज्यादा कर्ज लिया गया है।
किसानों ने पिछले 4 सालों में कितना कर्ज लिया
-साल 2018-19 में 9 लाख 94 हजार 245 किसानों ने 3 हजार 287 करोड़ रुपए का कर्ज लिया।
-साल 2019-20 में 11 लाख 34 हजार 219 किसानों ने 3 हजार 981 करोड़ रुपए का कर्ज लिया।
-साल 2020-21 में 12 लाख 65 हजार 910 किसानों ने 4 हजार 495 करोड़ रुपए का कर्ज लिया।
-साल 2021-22 में 12 लाख 99 हजार 681 किसानों ने 4 हजार 747 करोड़ रुपए का कर्ज लिया है।
पार्टियों के घोषणा पत्र में होगा कर्जमाफी?
वहीं जानकारों का कहना है कि प्रदेश के किसान 2018 के वादे को लेकर भी किसानों में यह उम्मीद आ गई है कि सरकार बनेगी तो एक बार और उनका कर्ज माफ हो जाएगा। जबकि सरकार को तो किसानों के लिए इतना काम करना चाहिए, कि उन्हें कर्ज लेने की जरूरत ही ना पड़े ऐसा करने के लिए उन्हें किसानों की फसल का एमएसपी बढ़ाना होगा। प्रदेश में फिलहाल बीजेपी और कांग्रेस दोनों सियासत की लड़ाई के लिए पूरी तरह तैयार हैं और इस बार भी उनके घोषणापत्र में किसानों की कर्ज माफी की अहम भूमिका रह सकती है। ऐसे में किसानों को लेकर जद्दोजहद से किसे फायदा पहुंचता है और किसे नुकसान पहुंचता है। यह फैसला प्रदेश के किसान ही करेंगे।