Raipur. छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बहुप्रतिक्षित सूची आख़िरकार सार्वजनिक हो गई है। यह सूची 163 सदस्यों की है। इनमें सीएम भूपेश बघेल की वक्र दृष्टि के शिकार रहे अमरजीत चावला की छूट्टी हो गई है। इस सूची में एक दिन के प्रभारी महामंत्री रहे अरुण सिसोदिया का भी नाम नहीं है। अर्जुन तिवारी भी इस लिस्ट में गुमशुदा हैं।
करीब 5 साल बाद जंबो कार्यकारिणी
163 सदस्यों वाली लिस्ट जंबो है। ऐसी जंबो लिस्ट तब आई थीं जबकि पीसीसी चीफ़ भूपेश बघेल थे। लेकिन 2018 के बाद यह लिस्ट तब छोटी हो गई जबकि पीसीसी चीफ़ मोहन मरकाम बने।
इन दिग्गजों की हुई छुट्टी
पीसीसी की इस लिस्ट में अमरजीत चावला, अरुण सिसोदिया और अर्जुन तिवारी के नाम नहीं है। अमरजीत चावला वे ही हैं जिनके ख़िलाफ़ सीएम भूपेश ने एआईसीसी में शिकायत की थी, उस शिकायत के बावजूद पीसीसी महामंत्री संगठन पद से अमरजीत की रवानगी नहीं हुई। अरुण सिसोदिया वह नाम है जिन्हें प्रभारी महामंत्री तत्कालीन पीसीसी चीफ़ मरकाम ने बनाया था। इसी नाम को लेकर वह हंगामा बरपा कि, संगठन प्रभारी कुमारी सैलजा की नज़रें वक्र हुईं और आख़िरकार पीसीसी चीफ़ मरकाम की रवानगी हो गई। वे अरुण सिसोदिया भी इस लिस्ट में नहीं है। अर्जुन तिवारी उस जांजगीर चाँपा ज़िले के प्रभारी थे जहां राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कार्यक्रम हुआ था। अर्जुन तिवारी का भी नाम इस सूची में नहीं है।
महासचिव पदों में झटका लेकिन सचिव की लिस्ट में अधिकांश नाम मरकाम के
पीसीसी चीफ़ रहे मोहन मरकाम के कई करीबी महामंत्री पद पर अब नहीं है, लेकिन सचिव की लिस्ट को लेकर खबरें हैं कि, सचिव की सूची में अधिकांश नाम मरकाम के ही हैं। इसे आप यूँ भी देख सकते हैं कि, सचिव पद की जो सूची मोहन मरकाम ने तैयार की थी उसमें कोई नाम नहीं कटा है लेकिन कुछ नाम जरुर जोड़े गए हैं।
गुटीय संतुलन महामंत्री सूची में
पीसीसी की लिस्ट में जनरल सेक्रेटरी की सूची में चरणदास महंत, टी एस सिंहदेव के क़रीबियों के नाम हैं, इसके साथ साथ मोहन मरकाम के भी करीबी शामिल हैं। पीसीसी चीफ़ दीपक बैज इस सूची में मलकीत सिंह गेंदू को ले आए हैं। मलकीत गेंदू पीसीसी चीफ़ दीपक बैज के विशेष करीबी हैं।