Raipur. छत्तीसगढ़ में कोयला घोटाला और अवैध वसूली मामले में ईडी ने निखिल चंद्राकर को गिरफ्तार किया था, जिसकी गिरफ्तारी को लगभग महीने भर हो रहे हैं। वहीं अब निखिल चंद्राकर के खिलाफ रायपुर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। रायपुर की खम्हारडीह पुलिस ने निखिल के खिलाफ रेप का मामला दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि निखिल चंद्राकर के खिलाफ रेप मामला राष्ट्रीय महिला आयोग के हस्तक्षेप के बाद कायम किया गया है। खबरें हैं कि इस संबंध में राजभवन ने भी पीड़िता की शिकायत के बाद कार्रवाई को लेकर पत्र लिखा था।
शादी का झांसा देकर रेप?
निखिल चंद्राकर के खिलाफ रेप का मामला कथित रुप से उसकी पूर्व प्रेमिका ने दर्ज कराया है। निखिल के खिलाफ धारा 376 और 377 के तहत पुलिस ने मामला दर्ज किया है। खम्हारडीह थाने में शादी का झांसा देकर बलात्कार करने के आरोप में पुलिस ने एफआईआर लिखी है। बताया जा रहा है कि पीड़िता ने कई महीनों पहले इसकी शिकायत थाने में जमा की थी। लेकिन आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी।
राष्ट्रीय महिला आयोग का हस्तक्षेप
पीड़िता की शिकायत न होने पर दिल्ली राष्ट्रीय महिला आयोग को पत्र लिखा गया, जिसके बाद राष्ट्रीय महिला आयोग ने मामले में हस्तक्षेप छत्तीसगढ़ डीजीपी को पत्र लिखकर कार्रवाई करने को कहा। बताया जा रहा है कि निखिल चंद्राकर प्रभावशील लोगों के संपर्क के कारण अब तक कार्रवाई से बचते रहे हैं। लेकिन दिल्ली से आए निर्देश के बाद एसएसपी रायपुर के आदेश पर एफआईआर दर्ज हुई है।
कौन है निखिल चंद्राकर?
निखिल चंद्राकर, कोयला घोटाला और अवैध वसूली मामले में इस पूरे मामले के किंगपिन बताए गए सूर्यकांत तिवारी का प्रमुख सहयोगी है। ईडी को लंबे अरसे से निखिल चंद्राकर की तलाश थी। ईडी ने 20 जून को निखिल चंद्राकर को मुंबई से गिरफ्तार किया।फिलहाल निखिल चंद्राकर जेल में हैं। वहीं निखिल चंद्राकर को लेकर खबरें रही हैं कि, ईडी को उसकी बेहद सरगर्मी से तलाश थी क्योंकि वह सूर्यकांत तिवारी और उसके कॉकस का बेहद अहम किरदार रहा है। निखिल ने ही ईडी की शुरुआती पूछताछ में डायरी में कोड के साथ दर्ज लेनदेन को डीकोड किया था। बाद में निखिल चंद्राकर की ओर से परिजनों ने कोर्ट में यह आवेदन दिया था कि, निखिल चंद्राकर से जो भी बयान लिए गए वह दबाव में लिए गए। इस आवेदन के बाद निखिल चंद्राकर रहस्यमय तरीक़े से ग़ायब हो गया था।