दीदी की हिदायत सम्मेलन होना है ध्यान रखें
कांग्रेस के संभागीय कार्यकर्ता सम्मेलनों का सिलसिला बस्तर से शुरु हुआ है। अब उसमें दीदी की भृकुटी थोड़ी तनी है क्योंकि वह कांग्रेसियों का सम्मेलन कम बल्कि भीड़ लाओ सभा सफल करो में तब्दील हो गया। बताते हैं सैलजा दीदी बोली हैं कार्यकर्ता सम्मेलन करना है ध्यान रखिए।
कोरबा पुलिस की कोशिश
कोरबा के कप्तान उदय किरण क़रीब पाँच साल पुराने एक मामले को लेकर पता तलाश में जुटे हैं। कोरबा की एक एंकर युवती के संदिग्ध परिस्थितियों में लापता होने की फ़ाईल फिर खुल गई है। कोरबा पुलिस ने शव खोजने थ्री डी सेंसर का प्रयोग कर दिया है। सूचना है कि शव जहां गाड़ा गया है वहाँ इतने सालों में सड़क बन गई है। पूरी सड़क उखाड़ते तो नया मसला हो जाता तो थ्री डी सेंसर से पता लगाने की क़वायद चल रही है। यह एकदम नया प्रयोग है। यह सेंसर ज़मीन के भीतर क्या है इसकी अनुभूति देता है।आईपीएस उदय किरण ने कहा है इंसाफ़ दिलाने की कोशिश कर रहे हैं।
बड़े भईया के बाबूजी का ज़िक्र क्यों
राम गाय गोबर गौमूत्र के मसले पर बीजेपी पिछड़ गई है। गौठान पर तो फिर भी भ्रष्टाचार के सिग्नेचर हैं, लेकिन राम पर फ़िलहाल बीजेपी का दांव फेल है। बड़े भईया को इस मसले पर कैसे घेरे यह बीजेपी को समझ नहीं आ रहा है।अचानक बीजेपी बड़े भईया के बाबूजी का ज़िक्र ले आई है, लेकिन उससे फ़र्क़ नहीं पड़ा। उल्टे यह बात और सामने आई कि, बाबूजी से बड़े भईया की पटरी नहीं खाती। बड़े भईया तो राम भक्त हैं न! किसी ने बीजेपी के दिग्गज नेता से पूछा ये परिवार को क्यों घसीट लिए वो भी बुजुर्ग को जो वैसे भी साल भर से कुछ बोलते बतियाते दिखे ही नहीं, तो जवाब आया - सही बात है उनके लिए बाबूजी हैं तो इधर भी तो बेटी है, मुँह उठा के लव जिहाद की बात भी उधर से भी नहीं बोलनी थी।
मंत्रालय में सचिव स्तर पर फेरबदल
बहुत इंतज़ार के बाद आईपीएस की लिस्ट निकली। अब खबरें हैं कि, मंत्रालय स्तर पर एक रिशफल होना है। याने विभाग प्रमुखों के स्तर पर यह फेरबदल होगा। क़यास हैं कि यह फेरबदल भी चौंकाने वाला हो सकता है। इसमें कुछ कलेक्टर भी प्रभावित हो सकते हैं।
नए डीजीपी की तलाश तेज
मौजूदा डीजीपी अशोक जुनेजा रिटायर होने वाले हैं।30 जून को अशोक जुनेजा को सेवानिवृत्ति हो जाएँगे। मंत्रालय में तेज़ी से फ़ाइलें दौड़ रही हैं। 28 जून को यह तय हो जाएगा कि, भूपेश सरकार अगला डीजीपी किसे बनाने जा रही है।चुनावी बरस है ज़ाहिर है, किसी भी सरकार को डीजीपी कैसा चाहिए होगा, यह समझना मुश्किल नहीं है। मुश्किल बस यह है कि, वैसा डीजीपी मिलेगा क्या ?
ईडी की कार्रवाई तेज होगी
ईडी की कार्रवाई आने वाले समय में और तेज होने की खबरें हैं। सुप्रीम कोर्ट के हालिया तेवर से ईडी के अधिकारी ‘गूडी गूडी’ मूड़ में हैं। ईडी की नज़रें दिल्ली हाईकोर्ट पर भी हैं, जहां तीस हज़ारी कोर्ट के आदेश के खिलाफ आयकर विभाग ने अपील दायर कर रखी है।किसी ने शिगूफ़ा छोड़ा है कि, कोई है जो शनि देव को प्रसन्न कर रखा है, अदालत में ईडी की कार्रवाई को नुक़सान ही नहीं होता।
इस महीने लगातार रहेंगी कुमारी सैलजा
कांग्रेस प्रदेश संगठन प्रभारी कुमारी सैलजा इस महीने लगातार छत्तीसगढ़ में रहेंगी।7 जून को बिलासपुर, 8 जून को दुर्ग, 16 को सरगुजा और सत्रह जून को रायपुर में कार्यकर्ताओं का संभागीय सम्मेलन होना है।दीदी याने कुमारी सैलजा ने सुनिश्चित किया है कि, हर दौरे में किसी न किसी मंत्री के यहाँ भोजन होगा। इस बार अकबर भैया के यहाँ भोजन हो गया। खबरें उड़ी कि, मोहन भैया की शिकायत ‘बड़े भैया’ फिर करने वाले हैं। पता नहीं बड़े भैया का ग़ुस्सा कितना फिर से सामने आया लेकिन अपने मोहन भैया जय माई दंतेश्वरी बोलते मुस्कुराते मस्त हैं।
रामायण महोत्सव के बाद जय सिंह का राम मंदिर
राम को लेकर कृपा हासिल हो इस मसले पर कांग्रेस में ही दिलचस्प नजारा है। ‘बड़े भैया’ ने राम जी को लेकर वन पथ को टूरिज़्म सर्किट से जोड़ दिया। रायगढ़ में रामायण महोत्सव ने तो खैर समाँ ही बांध दिया है। पर अब अपने कोरबा वाले जय सिंह भैया भी सामने हैं। उन्होंने कोरबा में भव्य राम मंदिर बनवाया है। 12 तारीख़ को प्राण प्रतिष्ठा के साथ आयोजन भव्यता के साथ आयोजित है। कांग्रेस वाली दीदी याने कुमारी सैलजा उस दिन वहाँ रहेंगी।
अफवाहबाजों की मौज
शराब घोटाला को लेकर ईडी ने बड़े बड़ों को साँसत में डाल रखा है। अफवाहबाजों की तो मौज आ गई है। कभी भी खबर उड़ा देते हैं कि फ़लाँ के यहाँ ईडी का छापा। ऐसा ही हल्ला उड़ा कि, शंकर नगर में किसी मंत्री जी के यहाँ ईडी पहुँच गई और ‘हाय-हल्लो’ कर रही है। मसला अफ़वाह ही साबित हुआ। लेकिन एक धुँआ और है, जो बता रहा है कि,अभी नहीं गए हैं पर जल्द ही पहुँचेंगे जरुर।
शौक-ए-दीदार है तो नज़र पैदा कर
आम आदमी पार्टी हम अलग हैं बदलाव करेंगे बोलते हुए वोट माँगने की क़वायद में है। हालिया दिनों आप ने शपथ ग्रहण समारोह किया। यह तस्वीर उस कार्यक्रम के समाप्ति के बाद की है। सोशल मीडिया पर यह बताने के लिए हमने भी शपथ ली है, लोग बारी बारी से खाली मंच पर पोज दे रहे थे। पार्टी विथ डिफरेंट हो सकता है,लेकिन इन नज़ारों का क्या करें ?यही अंदाज फिल्ड में भी हो गया तो कैसे होगा ?
सुनो भई साधो
1 - ईडी जब संपत्ति सीज करती है तो उसके मायने क्या है ?
2- सधे पगे डॉ चरणदास महंत और अब तक सियासत की हर चाल में माहिर साबित हुए सीएम भूपेश की निकटता क्या संकेत दे रही है ?