गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के एक दिन बाद छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 25 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। सरेंडर नक्सलियों में से पांच पर कुल 28 लाख रुपए का इनाम था। इनमें 2 महिलाएं भी शामिल हैं। जो प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की गंगलूर और भैरमगढ़ एरिया कमेटी में एक्टिव थी।
लाखों के इनामी नक्सलियों के किया सरेंडर
इन 25 आत्मसमर्पित नक्सलियों पर कुल कुल 28 लाख रुपए का इनाम था। सभी नक्सली अब तक कई बड़े अपराधों में शामिल थे। इन पर हत्या, मुठभेड़ व बड़े धमाकों में शामिल होने का आरोप है।
बीजापुर सेक्टर के मार्ग दर्शन में जिले में चलाये जा रहे माओवादी उन्मूलन अभियान के दौरान डीआरजी, बस्तर फाईटर एवं 85वी वाहिनी के द्वारा किये जा रहे संयुक्त प्रयासो से छ.ग.शासन की पुनर्वास एवं आत्मसर्पण नीति बीजापुर पुलिस द्वारा चलाये जा रहे “नियद नेल्ला नार” योजना से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है।
आदिवासियों पर अत्याचार से निराश होकर किया सरेंडर
पुलिस के मुताबिक, नक्सलियों ने माओवादी विचारधारा की सच्चाई और संगठन के नेताओं की ओर से आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार से निराश होकर आत्मसमर्पण किया है। यह बात आत्मसमर्पित नक्सलियों ने खुद पुलिस को बताई कि, बड़े व हार्डकोर नक्सली आदिवासियों के साथ अत्याचार करते है। बता दें कि सरेंडर करने वालों को 25,000 रुपए की सहायता दी गई है और उन्हें सरकार की नीति के अनुसार पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा।
बस्तर के चप्पे-चप्पे में अभियान चला रहे जवान
बस्तर में तैनात सुरक्षाबल केवल अपने शस्त्रों का ही नहीं बल्कि प्रेमभाव का भी प्रयोग कर रहे है। सुरक्षाबल बस्तर के चप्पे-चप्पे में तैनात होकर अभियान चला रहे है। अपनी जान पर खेलकर जवान नक्सलियों को हिंसा का रास्ता छोड़कर शान्ति जीवन जीने के लिए जागरूक कर रहे है। इसका असर कई नक्सलियों के सरेंडर करने के रिकॉर्ड में देखा जा सकता है।
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