व्याख्याता पिता एक करोड़ का देनदार, अनुकम्पा नियुक्ति पाए बेटे से वसूली नहीं

अनुकम्पा नियुक्ति देने से पहले शपथ पत्र लेने का नियम हैI लेकिन रामकृष्ण बंछोर के बेटे से शपथ पत्र नहीं लिया गयाI ऐसे में अनुकम्पा नियुक्ति हासिल करने वाला बेटा शासकीय देनदारी से बच गयाI

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Shiv Shankar Sarthi
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रायपुर शिव शंकर सारथी. छत्तीसगढ़ में शिक्षा विभाग के घोटालों की बहुत सी सत्य कथाएँ हैंI एक सत्य कथा व्याख्याता रहे स्वर्गीय राम कृष्ण बंछोर की भी हैंI दरअसल प्राचार्य रहते राम कृष्ण ने बच्चों की शादी और अलग- अलग कामों के लिए रुपए निकालना जारी रखा थाI

जानकारी के मुताबिक सड़क दुर्घटना में उनकी मौत हो गई थीI  मरने से पहले राम कृष्ण ने अपने सामान्य भविष्य निधि खाते से लगभग एक करोड़ रूपए निकाले थेI मौत के बाद उनके बेटे की नौकरी स्कूल शिक्षा विभाग में लिपिक ( ग्रेड 3 ) के पद पर लगी I

भविष्य निधि खाते से एक करोड़ क्यों निकाला 

दरअसल भविष्य निधि खाते से रुपए निकालना सालों तक मैन्युअली ही होता रहा है प्राचार्य और व्याख्याता के पद में होने की वजह से रुपए निकालने की प्रोसेस में ज्यादातर काम बंछोर के जिम्मे ही थाI  

कई - कई किश्तों में रुपए निकाले इसमें कमाल कि बात ये है कि स्वर्गीय बंछोर ने बच्चों की शादी का कारण बताकर जिस साल में रुपए निकाले थेI उस साल तक उसके बच्चे नाबालिग थेI हालांकि वो रुपए निकलता रहा, कोषालय और जिला शिक्षा अधिकारी अनजान बने रहे

पुत्र पर भी विभागीय अधिकारी मेहरबान

तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी शासन के प्रति ईमानदार रहने के बजाय बंछोर परिवार के प्रति ईमानदार रहेI अनुकम्पा नियुक्ति देने से पहले शपथ पत्र लेने का नियम हैI

लेकिन, रामकृष्ण बंछोर के बेटे से शपथ पत्र नहीं लिया गयाI ऐसे में अनुकम्पा नियुक्ति हासिल करने वाला बेटा शासकीय देनदारी से बच गया हैI सराईपाली के उप कोषालय अधिकारी ने जिला कोषालय अधिकारी और कलेक्टर जिला महासमुंद को एक जनवरी 2016 को अपनी जाँच रिपोर्ट दी थीI

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कोषालय विभाग की तरह लोक शिक्षण संचालनालय अटल नगर नवा रायपुर ने भी महासमुंद जिले के जिला शिक्षा अधिकारी को सामान्य भविष्य निधि खाते में 91 लाख 14 हजार 757 रुपयों के ऋणात्मक शेष राशि वसूली के सम्बन्ध  में पत्र ज़ारी किया थाI

आँख बंद करके अनुकम्पा नियुक्ति 

शिकायतकर्ता विनोद कुमार दास के मुताबिक जिला शिक्षा अधिकारी प्राचार्य और लिपिक आदि ने मिलकर राज्य शासन को लगभग एक करोड़ का चूना लगा दिया हैI

तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी बी.एल.कुर्रे ने प्रमोद बंछोर से शपथ पत्र नहीं लेकर अवैधानिक मदद की थीI अनुकम्पा देने में दस्तावेज प्रस्तुत करने की जिम्मेदारी प्राचार्य और लिपिक ( शासकीय आदर्श उच्चतर माध्यमिक शाला सराईपाली जिला महासमुंद ) पर थीI

 दोनों ने ऋणात्मक राशि 91,14,757 के तथ्य को छिपा लियाI जबकि लोक शिक्षण संचालनालाय छत्तीसगढ़ के पत्र क्रमांक/वित्त/ऑडिट 2018/931 अटल नगर, तिथी 06/12/2018 को जिला शिक्षा अधिकारी महासमुंद को राम कृष्ण बं छोर के सामान्य भविष्य निधि खाते में 91,14,757 रूपए ऋणात्मक शेष राशि वसूली के संबंध में पत्र ज़ारी हुआ थाI

आठ साल बाद भी रिकवरी नहीं

शिकायतकर्ता ने शासन को चूना लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो और लाभार्थी बेटे से रुपयों की वसूली हो…मांग को लेकर मंत्रालय सचिवालय में कई - कई पत्र लिखे हैंI लेकिन, वसूली और जायज कार्रवाई आठ साल से अटकी पड़ी हैI

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