रायपुर. बलौदा बाजार केस में कांग्रेस के भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव को पुलिस का दूसरा नोटिस मिल गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस मामले को लेकर उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका लगाई है। ज्ञात हो कि देवेंद्र यादव को एक बार फिर नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है।
दूसरे नोटिस के जवाब में ये कहा विधायक ने
बलौदा बाजार पुलिस के दूसरे नोटिस के जवाब में देवेंद्र यादव ने वार्ड की जरूरी बैठक का हवाला देते हुए पूछताछ के लिए न पहुंच पाने की बात कही है। उन्होंने मेल और वॉट्सऐप जरिए पुलिस को अपना जवाब भेजा है। बताया जा रहा है कि एक दो दिन में उन्हें तीसरा नोटिस भी पुलिस जारी कर सकती है।
इसके साथ ही देवेंद्र यादव ने आरोप लगाया है कि धरने की परमिशन सरकार से ही मिली थी। इसके बावजूद पिछले 1 महीने से लगातार सरकार निर्दोषों पर कार्रवाई कर रही है। सतनामी समाज के पदाधिकारी को बुलाया जाता है। उनसे कहा जाता है कि कांग्रेस के पदाधिकारी का नाम ले लो। कांग्रेस के नेताओं का नाम ले लो, उन पर इसी तरह के दबाव बनाए जा रहे हैं।
हाईकोर्ट में पिटीशन दायर की
कांग्रेस विधायक यादव का कहना है कि उन्होंने दस जुलाई को हाईकोर्ट में पिटीशन दायर की है। उच्च न्यायालय से गुहार लगाई है कि पूरे मामले की सही से जांच की जाए, क्योंकि बीजेपी सरकार में है। इसलिए उनके लोग जांच को बाधित करने का प्रयास कर रहे हैं। यह पूरी तरह से गलत है।
ज्ञात हो कि बलौदा बाजार में जिस दिन समाज का प्रदर्शन था, उसमें देवेंद्र यादव शामिल होने पहुंचे थे। उन्होंने अपने सोशल मीडिया में भी इसका वीडियो पोस्ट किया था। हिंसा की खबरों के बाद से ही इन नेताओं की वहां उपस्थिति पर सवाल उठ रहे थे।
छत्तीसगढ़ सरकार के तीन मंत्री दयालदास बघेल, टंकराम वर्मा और श्याम बिहारी जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर पूर्व मंत्री गुरु रुद्र कुमार, भिलाई विधायक देवेंद्र यादव और बिलाईगढ़ की विधायक कविता प्राण लहरे पर सतनामी समाज के लोगों को भड़काने का आरोप लगाया था।