रायपुर. छत्तीसगढ़ में भारत बंद का व्यापक असर देखने को मिला। राज्य के अधिकांश जिलों में बसों के पहिए थमे रहे। बाजार पूरी तरह से बंद रखे गए। राज्य के अधिकांश निजी स्कूलों में भी ऐहतियातन छुट्टी रखी गई थी। हालांकि, राजधानी में बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला। उधर, कोंडागांव में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने जा रही भीड़ रोकने पर भड़क गई। आंदोलनकारी बैरिकेड तोड़ते हुए कलेक्टोरेट में घुस गए। वहां पर इस दौरान काफी देर तक हंगामा चलता रहा।
इसलिए भारत बंद का निर्णय लिया गया
उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से SC-ST श्रेणी में क्रीमिलेयर को लेकर फैसला सुनाया गया है। कोर्ट के इस फैसले के विरोध में ही भारत बंद का आह्वान किया गया था। छत्तीसगढ़ के कई जिलों में इसका खासा प्रभाव देखने को मिला। जरूरी चीजों को छोड़कर बस, स्कूल, कॉलेज, बाजार, दुकानें बंद रहे।
चैंबर ऑफ कॉमर्स ने दिया समर्थन
कांकेर में चैंबर ऑफ कॉमर्स ने भारत बंद आंदोलन को समर्थन दिया। सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। सामाजिक संगठनों ने कहा कि कांकेर जिले सहित बस्तर संभाग में बंद का व्यापक असर रहा।