Bhilai Steel Plant Accident : भिलाई स्टील प्लांट में बड़ा हादसा सामने आया है। प्लांट में क्रेनों की आपस में टक्कर हो गई। इससे एक कर्मचारी की मौत हो गई। कर्मचारी ठेके पर काम करता था। हादसा भिलाई स्टील प्रबंधन की लापरवाही की वजह से हुआ है। यह खुलासा फैक्ट्री एक्ट के तहत की गई सुरक्षा अधिकारी की जांच में हुआ है।
150 किलो का का स्टॉपर 25 फीट ऊपर से गिरा
जानकारी के अनुसार गुरुवार को बिलेट यार्ड में 28 नंबर और 32 नंबर क्रेन की आपस में टक्कर हो गई। इस टक्कर में क्रेन नंबर 28 का 150 किलो का स्टॉपर बसंत नाम के ठेके के कर्मचारी पर गिर गया। बसंत हेलमेट पहने हुए थे, इसके बाद भी उनका सिर फट गया।
बताया गया है कि जिस जगह पर हादसा हुआ है, वहां पर खोलते हुए कच्चे लोहे को एक जगह से दूसरी जगह पर शिफ्ट किया जाता है। प्लांट का यह बहुत ही संवेदनशील हिस्सा होता है। इस जगह पर क्रेनों की आपस में टक्कर होना बहुत बड़ी लापरवाही मानी जा रही है।
प्लांट प्रबंधन की लापरवाही
सुरक्षा अधिकारी प्रवीण दीवान की जांच में सामने आया है कि यह हादसा प्लांट प्रबंधन की लापरवाही की वजह से हुआ है। इस संबंध में एसएमएस-3 के मैनेजर प्रमोद सिंह और अक्कूपायर अंजनी कुमार को नोटिस जारी किया जा रहा है। जवाब संतोषजनक न होने पर इनके खिलाफ लेबर कोर्ट में केस दर्ज किया जाएगा।
60 साल पुरानी क्रेन से हो रहा काम
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि प्लांट में 60 साल पुरानी क्रेनों का उपयोग किया जा रहा है। इनमें कई क्रेन 1965 की हैं, जबकि एक क्रेन की औसत आयु 15 साल होती है। अत्यधिक खतरे वाला काम होने की वजह से 15 साल पुरानी क्रेन को कबाड़ घोषित कर दिया जाता है।