हिंद कोल और इंद्रमनी ग्रुप में GST रेड, बिलासपुर के कोल कारोबारी निशाने पर, दो दिन में ₹27.50 करोड़ सरेंडर

बिलासपुर में स्टेट जीएसटी विभाग ने कोयला कारोबारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। हिंद कोल ग्रुप और इंद्रमनी ग्रुप समेत कई कोल वाशरी और कार्यालयों पर छापेमारी कर रिकॉर्ड की जांच की गई। कोयला कारोबारियों ने 27.50 करोड़ रुपए का टैक्स सरेंडर किया था।

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Harrison Masih
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Bilaspur. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में स्टेट जीएसटी विभाग ने कोयला कारोबारियों के खिलाफ शिकंजा और कस दिया है। 15 दिसंबर को स्टेट जीएसटी की टीम ने एक बार फिर बड़े कोल कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी की।

इस दौरान हिंद कोल ग्रुप और इंद्रमनी ग्रुप से जुड़े कुल पांच से अधिक ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की गई।

हिंद कोल ग्रुप और इंद्रमनी ग्रुप के ठिकानों पर जांच

स्टेट जीएसटी टीम ने हिंद कोल ग्रुप की गतौरा, हिंडाडीह और बलौदा स्थित कोल वाशरी के साथ-साथ कंपनी के ऑफिस में दस्तावेजों की गहन जांच की। इसके अलावा अन्य ठिकानों पर भी सर्चिंग की गई। हिंद कोल ग्रुप के डायरेक्टर राजेश अग्रवाल हैं।

वहीं, इंद्रमनी ग्रुप के डायरेक्टर सुनील अग्रवाल के दो ठिकानों सहित कुल पांच जगहों पर जीएसटी टीम ने कार्रवाई की।

दो दिन पहले भी हुई थी बड़ी रेड

गौरतलब है कि इससे दो दिन पहले ही स्टेट जीएसटी सेक्रेटरी मुकेश बंसल के निर्देश पर रायपुर से आई टीम ने बिलासपुर के तीन बड़े कोयला कारोबारियों- महावीर कोल वाशरी, फील कोल और पारस कोल एंड बेनेफिशिएशन के 11 ठिकानों पर छापेमारी की थी।

इस कार्रवाई में बॉलीवुड एक्ट्रेस अंकिता लोखंडे और उनके पति विक्की जैन के परिवार से जुड़े कारोबार का नाम भी सामने आया था।

लेन-देन और इनकम रिकॉर्ड खंगाले

सोमवार सुबह से लेकर देर रात तक जीएसटी टीम के अफसरों ने कोल कंपनियों के लेन-देन, इनकम रिकॉर्ड और टैक्स से जुड़े दस्तावेजों की एक साथ जांच की। सूत्रों के मुताबिक, शहर के बड़े कोल कारोबारियों पर लंबे समय से जीएसटी विभाग की नजर थी।

बड़े पैमाने पर अनियमितता और टैक्स चोरी की आशंका के चलते यह कार्रवाई की गई।

कोल मिक्सिंग और टैक्स हेराफेरी का शक

अधिकारियों की शुरुआती जांच में कोल वाशरी में बड़े स्तर पर कोल मिक्सिंग और टैक्स में हेराफेरी के संकेत मिले हैं। बताया जा रहा है कि कारोबारी टैक्स बचाने के लिए अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल कर रहे थे। कारोबार से होने वाली आय की तुलना में टैक्स कम जमा होने के बाद रायपुर की डायरेक्ट टीम ने कारोबारियों के घर और दफ्तरों पर रेड की।

हालांकि, जांच के दौरान अधिकारी मीडिया के सामने कुछ भी कहने से बचते नजर आए। जानकारों का कहना है कि कंपनी के रिकॉर्ड में कई खामियां मिली हैं और टैक्स चोरी के ठोस सबूत भी सामने आए हैं।

देश के कई राज्यों से जुड़े हैं कारोबार के तार

सूत्रों के अनुसार, बिलासपुर के तीन बड़े कोल कारोबारी लंबे समय से जीएसटी विभाग की सीधी निगरानी में थे। इनके कारोबार का नेटवर्क देश के अलग-अलग राज्यों तक फैला हुआ है। इसी वजह से जांच को गंभीरता से लेते हुए एक साथ कई ठिकानों पर कार्रवाई की गई।

27.50 करोड़ रुपए का सरेंडर

जीएसटी कार्रवाई के दबाव में बीते दो दिनों में तीन बड़े कोयला कारोबारियों ने कुल 27 करोड़ 50 लाख रुपए का टैक्स सरेंडर किया है।
– महावीर कोल वाशरी ने 10 करोड़ रुपए
– फील ग्रुप ने 11 करोड़ रुपए
– पारस कोल वाशरी ने 6 करोड़ 50 लाख रुपए

इस तरह तीनों कारोबारियों ने मिलकर 27.50 करोड़ रुपए सरेंडर किए हैं। जानकारी के मुताबिक, महावीर कोल वाशरी का संबंध एक्ट्रेस अंकिता लोखंडे और विक्की जैन के परिवार से जुड़ा हुआ है।

फिलहाल स्टेट जीएसटी की कार्रवाई जारी है और आने वाले दिनों में और बड़े खुलासों की संभावना जताई जा रही है।

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