छत्तीसगढ़ से एक बड़ी ठगी का मामला सामने आया है। जहां सेंट्रल बैंक के मैनेजर ने डेढ़ करोड़ रुपए गबन कर लिया। विभागीय जांच के बाद खुलासा हुआ कि शाखा प्रबंधक शंकर राम भगत और कर्मचारी विजय उइके बैंक में कई महीनों से पैसे की हेराफेरी कर रहे थे। खुलासे के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि पैसे की हेराफेरी में कंप्यूटर ऑपरेटर की भी मिलीभगत थी। हालांकि कंप्यूटर ऑपरेटर पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
गजब की हेराफेरी..
दरअसल, बलरामपुर जिले के जिला सहकारी केंद्रीय बैंक रामानुजगंज (सेंट्रल बैंक) के शाखा प्रबंधक एक कर्मचारी के साथ मिलकर रुपयों की हेराफेरी कर रहे थे। बताया जा रहा है कि बैंक से आर्थिक अनियमितता की शिकायत सामने आई थी। जिसके बाद विभागीय जांच की गई। जांच में यह खुलासा हुआ कि शाखा प्रबंधक ने एक और कर्मचारी के साथ मिलकर करोड़ों रुपयों का गबन किया है। मामले में पुलिस ने दोनों कर्मियों को गिरफ्तार कर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।
ऐसे किया गबन
मिली जानकारी के मुताबिक, जांच में पता चला कि किसान क्रेडिट कार्ड के अलावा समितियों को मिलने वाली राशि को निजी खातों में अंतरित कर गड़बड़ी की गई है। मनोज विश्वास नामक ग्राहक के खाता में चार बार में क्रमशः तिरसठ लाख ब्यासी हजार सात सौ सत्रह रुपये, छह लाख नब्बे हजार रुपये, पांच लाख चौरानब्बे हजार तीन सौ छियासी रुपये तथा नौ लाख तीन हजार दो सौ बीस रुपये फर्जी तरीके से समायोजन किया गया है। इसी प्रकार देव आशीष सिकदार के खाता में दो बार मे क्रमशः दो लाख सत्तर हजार रुपये व एक लाख पचपन हजार अन्ठावन रुपये फर्जी तरीके से समायोजन किया गया है। राधे ट्रेडर्स (प्रोपराईटर पंकज विश्वास) के खाता में सात लाख चौतीस हजार सात सौ चौहत्तर रुपये फर्जी तरीके से राशि समायोजन किया गया है।
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