Raid in Rice Mill : छत्तीसगढ़ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। कोरिया जिले स्थित मेसर्स मंगल राइस मिल में प्रशासनिक टीम ने छापा मारा। छापेमारी की इस कार्रवाई में बड़ी गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। दरअसल, नवगठित नगर पंचायत पटना के चितमारपारा में संचालित मेसर्स मंगल राइस मिल में प्रशासनिक अधिकारियों ने छापा मारा। इस दौरान जांच में पुलिस के भी होश उड़ गए।
संचालक को नोटिस जारी
मिली जानकारी के मुताबिक, खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में 3 हजार 895 मैट्रिक धान उठाने के बाद मात्र 29 मैट्रिक चावल जमा किया गया है। भौतिक सत्यापन में राइस मिल में धान-चावल का एक दाना नहीं मिला है। मौके से 2 हजार 607 मीट्रिक टन चावल गायब मिला। यह देख प्रशासनिक टीम के भी होश उड़ गए। कार्रवाई के बाद अधिकारियों ने राइस मिल के संचालक को नोटिस जारी किया है। इसका जवाब संचालक को तीन दिन के अंदर देना होगा।
राइस मिल में नहीं मिला धान का एक भी दाना
खाद्य विभाग की संयुक्त टीम ने राइस मिल का भौतिक सत्यापन किया। जांच में पाया गया कि राइस मिल संचालक कमला ठाकुर ने एफसीआई और नान से 3895 मैट्रिक टन धान उठाया था। इसके बदले 2 हजार 635.74 मैट्रिक टन चावल जमा किया जाना था। जो कि राइस मिल संचालक ने निर्धारित समयावधि में जमा नहीं कराया है। हालांकि जांच के दौरान मात्र 28.98 मैट्रिक टन चावल जमा पाया गया है। वहीं राइस मिल में धान एवं चावल की शेष मात्रा शून्य पाई गई।
छापेमारी कार्रवाई के दौरान राइस मिल संचालक द्वारा प्रशासनिक टीम को स्टाफ मामले में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। साथ ही चावल जमा करने के संबंध में कोई भी प्रासंगिक दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाया। मेसर्स मंगल राइस मिल संचालक की इस गतिविधि को छत्तीसगढ़ शासन ने कस्टम मिलिंग नीति और चावल उपार्जन आदेश 2016 का उल्लंघन माना है।
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