रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने मानसून सत्र के आखिरी दिन अफसरों के कामकाज के तरीके को लेकर सख्त टिप्पणी की। अफसरों की लापरवाही पर उन्होंने यहां तक कह दिया कि ये है प्रदेश की हालत। दरअसल, एक बड़ी गड़बड़ी सदन के आखिरी दिन उजागर हुई।
हुआ ये था कि 17 जुलाई को अविभाजित मध्य प्रदेश के जमाने में मनेंद्रगढ़ विधानसभा से दो बार विधायक रह चुके विजय सिंह का निधन हो गया था। 22 जुलाई को मानसून सत्र शुरू हुआ। इस दिन अन्य अन्य दिवंगत नेताओं का तो जिक्र हुआ, लेकिन विजय सिंह को लेकर कोई बात नहीं हुई।
इस मामले में नाराज हुए विधानसभा अध्यक्ष
निधन सूचना देर से मिलने पर रमन सिंह ने कहा कि सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा निर्देश जारी किए गए हैं कि सांसद और विधायकों के निधन की सूचना तत्काल कलेक्टर विधानसभा के सचिवालय को देंगे। इसके बाद भी इतनी लेट यह जानकारी विधानसभा सचिवालय को भेजी जा रही है। यह है प्रदेश की हालत।
नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत, मंत्री रामविचार नेताम, पूर्व मंत्री और विधायक अजय चंद्राकर ने जानकारी न मिलने पर आपत्ति जताई।