RAIPUR. छत्तीसगढ़ में सरकारी कर्मचारियों पर अब सरकार की तीसरी नजर रहेगी। सरकारी दफ्तरों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा कर्मचारियों की दफ्तर में अटेंडेंस लगाने के लिए बायोमैट्रिक मशीन लगाई जा रही है। यानी कर्मचारी अब रजिस्टर में साइन नहीं बल्कि मशीन में थंब लगाएंगे। इसके अलावा सरकारी वाहनों में जीपीएस भी लगाया जाएगा ताकि उनकी लाइव लोकेशन पता चल सके। सबसे पहले यह प्रयोग पर्यावरण विभाग में किया जा रहा है। इस संबंध में सरकार ने निर्देश जारी कर दिए हैं।
जिला कार्यालयों में लगेगी बायोमैट्रिक मशीन
आवास एवं पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी ने क्षेत्रीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। उन्होनें अधिकारियों से कहा स्व-प्रेरित होकर पर्यावरण संरक्षण से जुडे कार्यों में अपना योगदान दे। उनके द्वारा कार्यों में पारदर्शिता एवं तत्परता के लिए प्रदेश और जिला स्तरीय कार्यालयों में बायोमैट्रिक उपस्थिति, सीसीटीवी कैमरा लगाने और डैश बोर्ड तैयार करने के निर्देश दिये। डैश बोर्ड के माध्यम से अधिकारियों द्वारा प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा की जा सकेगी। चौधरी ने सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को मिलने का समय भी निर्धारित कर इसकी सूचना कार्यालय के सूचना पटल पर लगाने को कहा।
फ्लाई ऐश के वाहनों में लगेगा जीपीएस
चौधरी ने उद्योगों के फ्लाई ऐश के परिवहन एवं निपटारे के लिए नियमों के पालन कड़ाई से कराने का निर्देश दिया। फ्लाई ऐश लाने ले जाने के लिये उपयोग किये जा रहे वाहनों में जीपीएस सिस्टम व जियो टेगिंग के उपयोग के निर्देश दिये, जिससे कि फ्लाई ऐश इधर-उधर न फेका जा सके। चौधरी ने क्षेत्रीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि उद्योगों को प्रदान किये गये पर्यावरणीय स्वीकृति की शर्तों में शामिल वृक्षारोपण की शर्त का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करायें। साथ ही उद्योग केवल वृक्षारोपण करने तक सीमित ना रहें बल्कि लगाये गये पौधों के संवर्धन के लिए भी निरीक्षण का एक सिस्टम तैयार करें। सभी क्षेत्रीय अधिकारियों की यह जिम्मेदारी है कि वें अपने-अपने क्षेत्रों में सघन वृक्षारोपण करायें और इन पेड़ों में पीपल, नीम जैसे पेड़ शामिल किये जाएं।
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