Chhattisgarh Bastar Naxal victims : केंद्र सरकार ने नक्सलियों के खिलाफ अंतिम और निर्णायक प्रहार की तैयारी कर ली है। केंद्रीय गृहमंत्री ने नक्सलियों को अंतिम चेतावनी दी है। शाह ने कहा कि सरेंडर कर मुख्य धारा में शामिल हो जाओ नहीं तो सवा साल में बस्तर से लाल निशान खत्म कर देंगे। दिल्ली पहुंचे नक्सल प्रभावितों ने अमित शाह से मुलाकात की। शाह ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर उनके लिए एक नई योजना लागू करने जा रहे हैं। तीन महीने में ये योजना लागू हो जाएगी। इस योजना के तहत नक्सल प्रभावित लोगों को मकान और रोजगार का इंतजाम किया जाएगा। शाह ने इन लोगों की दर्द भरी दास्तां भी सुनी।
अमित शाह से मिले नक्सल पीड़ित
ये है बस्तर में लाल आतंक की कहानी। पिता के सामने बेटे को मार डाला और पिता को सीमेंट रोड पर घसीटकर ले गए। बस्तर से आए ये लोग दिल्ली में भटक रहे हैं। उनकी एक ही गुहार है कि उनको नक्सलियों के आतंक से बचाओ। इन पीड़ित लोगों ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की।
इन लोगों ने अमित शाह को अपना दर्द सुनाया। अमित शाह इन लोगों से मिले और उनका दर्द भी बांटा। अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर उनके लिए एक नई योजना लेकर आ रहे हैं। अगले तीन महीने में वो योजना लागू हो जाएगी। इस योजना के तहत नक्सल पीड़ितों को सरकार रोटी,कपड़ा और मकान देगी। उनके रोजगार की मुकम्मल व्यवस्था की जाएगी। शाह ने कहा कि सरकार को उनकी पूरी चिंता है।
नक्सलियों पर अंतिम प्रहार की तैयारी
ज्ञात हो कि केंद्र सरकार अब नक्सलियों पर अंतिम प्रहार करने की तैयारी कर रही है। इसमें उन सभी राज्यों को शामिल किया गया है जहां पर नक्सलियों का प्रभाव है। इसमें मुख्य भूमिका छत्तीसगढ़ की रहने वाली है। नई सरेंडर पॉलिसी लागू होने के बाद यदि नक्सलियों ने सरेंडर नहीं किया तो उन पर ऑपरेशन प्रहार शुरु हो जाएगा। शाह ने नक्सलियों को अंतिम चेतावनी दी है। शाह ने कहा कि नक्सली सरेंडर कर दें नहीं तो अगले सवाल साल में उनका नामो निशान बस्तर समेत पूरे देश से मिट जाएगा।
हाल ही में अमित शाह ने छत्तीसगढ़ का दौरा किया था। यहां पर नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ बैठक की थी। सूत्रों की मानें तो इस बैठक के बाद नक्सलियों पर अंतिम प्रहार की तैयारी शुरु हो गई है। शाह ने सभी राज्यों से कह दिया है कि वे अंतिम प्रहार का पूरा ड्राफ्ट तैयार कर केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजें। सरकार सरेंडर पॉलिसी लागू होने तक इंतजार करेगी। यदि नक्सलियों ने सरेंडर नहीं किया तो नक्सलियों पर ऑपरेशन अंतिम प्रहार शुरु हो जाएगा।
नक्सलवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
बदल ने अपनी समस्याओं और पीड़ा को गृहमंत्री को बताई। इससे पहले छत्तीसगढ़ सीएम विष्णुदेव साय ने बस्तर दौरे के दौरान नक्सल पीड़ितों से मुलाकात की थी। उन्होंने इनको न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया था। नक्सल हिंसा में अपने परिजनों को खोने और गंभीर रूप से घायलों ने अमित शाह से नक्सलवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। नक्सल पीड़ितों ने उन्हें बताया कि नक्सली हमलों के कारण उनके जीवन में गंभीर संकट आए हैं।
राष्ट्रपति से भी करेंगे मुलाकात
अमित शाह ने भरोसा दिलाया कि नक्सल पीड़ित परिवारों का पुनर्वास हो सके और वे एक बार फिर सामान्य जीवन जी सकें, इसके लिए तेजी से प्रयास किए जाएंगे। बताया जा रहा है कि बस्तर से गया यह दल 21 सितंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेगा।