रायपुर. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में फिलिस्तीन का झंडा लगाने के मामले में मुस्लिम समाज सड़क पर उतर आया है। बुधवार रात बड़ी संख्या में समुदाय विशेष के लोग कलेक्टोरेट के सामने सड़क पर बैठ गए।
ये लोग वी वांट जस्टिस के नारे लगाते हुए आरोपी युवकों की रिहाई की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि जमानत मिलने के बाद भी आरोपियों को रिहा नहीं किया जा रहा है।
पीएम मोदी पर भी हो एफआईआर
देश में क्या फिलिस्तीन का झंडा लगाना अपराध है। अगर यह क्राइम है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी मामला दर्ज किया जाए। पीएम नरेंद्र मोदी फिलिस्तीन के शरणार्थियों को दान देने का अपराध कर चुके हैं।
दरअसल, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में ईद मिलादुन्नबी के दिन सड़कों पर फिलिस्तीन का झंडा लगाने का मामला सामने आया था। इस आरोप में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनकी गिरफ्तारी पर अधिवक्ता और AAP प्रदेश उपाध्यक्ष प्रियंका शुक्ला ने सवाल उठाए हैं।
जमानत नहीं देने पर भी नाराजगी जताई
अधिवक्ता ने कहा कि देश में फिलिस्तीन का दूतावास भी है, इस पर भी मुकदमा करना चाहिए। उन्होंने गिरफ्तार किए गए युवकों को जमानत नहीं देने पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि कल से परेशान किया जा रहा है। सारे कागजात देने के बाद भी युवकों को जमानत नहीं दी जा रही है।
इन आरोपियों को लिया है हिरासत में
फिलिस्तीन का झंडा फहराने के केस में शेख समीर बख्श, फीदेल खान, मोहम्मद शोएब ,
शेख अजीम ,शेख समीर को हिरासत में लिया गया है। ये सभी तारबाहर के रहने वाले हैं।
हिंदू जागरण मंच ने की थी शिकायत
फिलिस्तीन का झंडा लगाए जाने का किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया था। मंगलवार को वीडियो सामने आया तो हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव कर दिया और नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर फिलिस्तीन के झंडे उतरवाकर जब्त कर लिए।