कांग्रेस का आरोप- 8 महीने में 600 रेप , BJP का जवाब- भूपेश सरकार में तो 1294 हुए थे
कांग्रेस का आरोप है कि BJP सरकार में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। छत्तीसगढ़ में ही 8 माह में 600 से अधिक रेप की घटनाएं इसका सबूत हैं। इस पर बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस को भूपेश बघेल के शासनकाल की करतूतों को खंगाल लेना चाहिए।
रायपुर.छत्तीसगढ़ में सोमवार को राजनीतिक बयानबाजी का दौर चला। विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने राज्य में 8 महीने में रेप की 600 घटनाएं होने का आरोप लगाया। कांग्रेस के इस आरोप का जवाब बीजेपी ने दिया। सत्ताधारी पार्टी का कहना था कि कांग्रेस के भूपेश बघेल सरकार में तो 6 महीने में ही 1294 रेप की घटनाएं दर्ज की गई थीं।
कांग्रेस की ओर से राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने मोर्चा संभाला। वे यहां पर कांग्रेस के पूर्व सीएम भूपेश बघेल की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने आईं थीं। उनके साथ महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा भी आईं थी।
वहीं बीजेपी की ओर से कांग्रेस के आरोपों का जवाब प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता ने दिया।
कांग्रेस का आरोप
बीजेपी का जवाब
छत्तीसगढ़ में पिछले 8 माह में 600 से अधिक रेप हुए हैं।
प्रदेश में 3000 अपराध महिलाओं के खिलाफ हुए हैं।
BJP सरकार में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। छत्तीसगढ़ में ही 8 माह में 600 से अधिक रेप की घटनाएं इसका सबूत हैं।
इन लफंगों को ये हौसला सत्ता में बैठे लोग देते हैं। प्रधानमंत्री ऐसे लोगों को हौसला देते हैं।
PM सब कुछ जानते हुए कर्नाटक जाते हैं और प्रज्जवल रमन्ना के लिए वोट मांगते हैं।
BHU-IIT के गैंगरेप के आरोपी 2 बीजेपी कार्यकर्ताओं को बेल मिल जाती है और जब वो घर आते हैं तो उनका स्वागत होता है।
रायपुर और भिलाई में दुष्कर्म के मामले सामने आए। प्रदेश सरकार द्वारा आरोपियों को संरक्षण देने का काम किया जाता है।
कांग्रेस शासनकाल में 1 जनवरी से 30 जून 2023 तक 1294 रेप हुए थे।
बलात्कार के मामलों में भाजपा शासनकाल में 50 फीसदी की कमी आई है।
सुप्रिया श्रीनेत को छत्तीसगढ़ में महिला सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दे पर घड़ियाली आंसू बहाने से पहले कांग्रेस शासनकाल की करतूतों को खंगाल लेना था।
राधिका खेड़ा के साथ छत्तीसगढ़ में क्या हुआ था ?
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता राधिका खेड़ा के साथ इसी छत्तीसगढ़ में क्या कुछ नहीं घटा ? उन्हें कमरे में बंद कर उनसे दुर्व्यवहार किया गया।
राधिका खेड़ा को विवश होकर कांग्रेस से उनको इस्तीफा देना पड़ा।
प्रियंका चतुर्वेदी और महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुष्मिता देव ने कांग्रेस क्यों छोड़ी ? कांग्रेस में महिलाओं का न कोई सम्मान है और न ही महिलाओं का आत्म-सम्मान सुरक्षित है।