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विधानसभा का मानसून सत्र : छत्तीसगढ़ विधानसभा में मानसून सत्र के चौथे दिन भी सदन में हंगामा हुआ। विपक्ष के साथ साथ सत्ता पक्ष के विधायक भी सरकार पर मुखर दिखाई दे रहे हैं। मामला भले ही पिछली सरकार से जुड़ा हो लेकिन अब जवाबदेही तो नई सरकार की है। भ्रष्टाचार को लेकर कई बार सदन गरमाया। कई सवालों के जवाब देने में मंत्री भी लाचार नजर आए।
सदन में गरमाहट बरकरार
मानसून का मौसम है बाहर ठंडक का माहौल है, लेकिन छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र में सदन के भीतर चौथे दिन भी गरमाहट बरकरार रही। चौथे दिन की शुरुआत प्रश्नोत्तर काल के दौरान कई महत्वपूर्ण विषय उठे। जिस पर कार्रवाई भी होती दिखी। सदन की कार्यवाही के चौथे दिन की खास बात यह रही कि प्रश्नकाल में विपक्ष की बजाय सत्तापक्ष के विधायक ही अपनी सरकार को घेरते नजर आए। कोंडागांव से बीजेपी विधायक लता उसेंडी ने प्रदेश में सोलर लाइट खरीदी का मामला उठाया। सोलर लाइट की खरीदी में गड़बड़ी का मामला उजागर हुआ तो विभागीय मंत्री रामविचार नेताम ने मामले में सदन की कमेटी से जांच कराने की घोषणा कर डाली। इसी तरह बीजेपी विधायक शुशांत शुक्ला ने प्रदेश में रजिस्ट्री की गड़बड़ी का मामला उठाया। जमीन रजिस्ट्री के मामले में पक्ष-विपक्ष के सभी विधायक एक मत होते दिखे। प्रदेश भर के रजिस्ट्री दफ्तरों में गड़बड़ी की शिकायत पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने जल्द ही व्यवस्था ठीक करने के साथ राजस्व में बढ़ोत्तरी का आश्वासन दिया है।
कटघरे में सरकार
विधानसभा के मानसून सत्र में इस बार कई ऐसे मौके आ रहे है जब सत्ता पक्ष के ही विधायक अपनी सरकार के मंत्रियों को कटघरे में खड़े करते दिख रहे है। हालांकि सदन में उठने वाले लगभग सभी मुद्दे पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल से ही है। जिनमे अब गड़बड़ियां , घोटाला और भ्रष्टाचार उजागर होते दिख रहे है। ऐसे ही एक मामले ने हैरान किया है। दरअसल बीजेपी के विधायक धरमलाल कौशिक ने स्वास्थ्य विभाग में दवा खरीदी और उपकरण खरीदी में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। शुक्रवार को मानसून सत्र का आखिरी दिन है।
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