Chhattisgarh IPS officer promotion : 1992 बैच के आईपीएस पवन देव के प्रमोशन का लिफाफा खुल गया है। पवन देव का डीजी पद के लिए प्रमोशन हो गया है।
इस संबंध में गृह विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं। यह आदेश जारी होने में तीन महीने का समय लग गया। इससे पहले जुलाई में अरुणदेव गौतम और हिमांशु गुप्ता डीजी के लिए प्रमोट हुए थे।
पवन देव को नए डीजीपी के लिए सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा था लेकिन उनका डीजी के लिए प्रमोशन रुक गया था।
इसके बाद डीजीपी अशोक जुनेजा को एक्सटेंशन दे दिया गया। अब पवन देव के प्रमोशन के बाद फिर नए डीजीपी को लेकर चर्चाएं शुरु हो गई हैं।
प्रदेश में अब तीन डीजी हो गए हैं। एक बार फिर ये चर्चा शुरु हो गई है कि प्रदेश का नया डीजीपी कौन होगा।
डीजीपी आशोक जुनेजा के रिटायरमेंट के समय नए डीजीपी के लिए चर्चा शुरु हुई थी। इसमें पवन देव को सबसे आगे माना जा रहा था, लेकिन उनके खिलाफ जांच चलने के कारण उनका डीजी पद पर प्रमोशन का मामला अटक गया था।
इसके बाद उनके खिलाफ चल रही जांच को सरकार ने खत्म कर दिया। अब उनका रुका हुआ प्रमोशन भी हो गया।
पवन देव 1992 बैच के आईपीएस हैं। इससे पहले 1992 बैच के आईपीएस अरुण देव गौतम और 1994 बैच के आईपीएस हिमांशु गुप्ता का डीजी पद पर जुलाई में प्रमोशन हो चुका है। नए डीजीपी या प्रभारी डीजीपी की जगह अशोक जुनेजा को छह महीने का एक्सटेंशन दे दिया गया।
अशोक जुनेजा 1989 बैच के अफसर हैं। उनके बाद 1990 बैच के राजेश मिश्रा थे, जो इसी साल जनवरी महीनें में रिटायर हो चुके हैं।
इनके रिटायरमेंट के बाद पद खाली है। राजेश के बाद 1992 बैच के अरुणदेव गौतम और पवन देव का नंबर आता है।
पवन देव के प्रमोशन के बाद अब नए डीजीपी के लिए उनके नाम के कयास लगाए जाने लगे हैं।