Chhattisgarh Kirandul NMDC : एनएमडीसी के छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा जिले में स्थित माइनिंग एरिया से लौह अयस्क की तस्करी का मामला सामने आया है।
लौह अयस्क ले जा रहे दो ट्रकों को पकड़ा गया है। बताया गया है कि लौह अयस्क किरंदुल के माइनिंग यार्ड एमबी साइडिंग से पालनार, नकुलनार होते हुए रायपुर ले जाया जा रहा था।
100 टन माल पकड़ा गया
जानकारी के अनुसार पुलिस को सूचना मिली थी NMDC की साइट से लौह अयस्क की चोरी की जा रही है। ट्रक से माल ले जाया जा रहा है।
इस पर दंतेवाड़ा पुलिस ने दोनों ट्रकों को जब्त कर लिया। पकड़े गए दोनों ट्रकों में 50- 50 टन के लगभग माल भरा हुआ था। इसकी बाजार में कीमत 5 लाख रुपए बताई जा रही है।
10 हजार रुपए में एक ट्रिप
ट्रक ड्राइवर और गिट्टी दलाल झलम गुप्ता का कहना है कि एमबी साइडिंग से भरी गई है। एनएमडीसी खनन क्षेत्र के ठेकेदारों पोकलेन गाड़ियों के ड्राइवर को अवैध गिट्टी भरने के लिए 10 हजार रुपए दिए हैं। दस हजार में एक ट्रिप गिट्टी भर दी जाती है। इसे रायपुर स्पॉन्ज आयरन फैक्ट्री में बेचा जाता है।
सभी की आंखों में झोंक रहे धूल ?
जानकारी के अनुसार NMDC की साइट से लौह अयस्क की तस्कर के लिए पूरा सिंडिकेट बना हुआ है। ये लोग लंबे समय से वन विभाग, माइनिंग और पुलिस की आंखों में धूल झोंक रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या वन विभाग, माइनिंग और पुलिस की आंखों में एक साथ धूल झोंकी जा सकती है।
जाहिर है कि सिंडिकेट की प्रशासन में के साथ मिलीभगत से ही ऐसा होना संभव है। ज्ञात हो कि एनएमडीसी माइंस एरिया में लौह अयस्क परिवहन करने वाली गाड़ियों को खनन, वन विभाग की जांच के बाद ही निकलने दिया जाता है।
औद्योगिक क्षेत्र होने की वजह से किरंदुल में CISF जवान, किरंदुल थाने के जवान भी इस क्षेत्र लगातार गश्त करते हैं।