शिव शंकर सारथी @ RAIPUR. आसमान से गिरे खजूर में अटके, यह कहावत अनवर ढेबर पर चरितार्थ हो गई। अनवर ने मेडिकल ग्राउंड पर बिलासपुर हाईकोर्ट से जमानत तो पा ली, लेकिन इलाज उसे एम्बुलेंस में चार घंटे ही मिला। पुलिस द्वारा बुलाए गए डॉक्टर ने Fit for journey की रिपोर्ट देकर, अनवर ढेबर (Anwar Dhebar ) की मुश्किलें बढ़ा दी है।
अनवर ढेबर की गिरप्तारी फिल्मों जैसा
अनवर ढेबर (Anwar Dhebar ) के बेटे जुनैद ढेबर को आपके पिता को गिरप्तार किया गया है की जानकारी एक़ सादे कागज़ में लिखकर दी गई है। साथ ही जुनैद को यह आश्वासन दिया गया है कि समय पर उन्हें न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा। थाना कासना, जनपद गौतम बुद्ध नगर, में अपराध क्रमांक 196/23 दर्ज है, अनवर के खिलाफ धारा 420,419,467,468,471,120 (बी) 384 धाराएं लगाई गई है। अनवर के समर्थको ने उत्तर प्रदेश की पुलिस के साथ हुज्जतबाजी भी की है।
यूपी पुलिस का भी ध्यान त्रिमूर्ति पर
ED, EOW और ACB की तरह, उत्तर प्रदेश की पुलिस क़ा ध्यान त्रिमूर्ति पर है। ये त्रिमूर्ति हैं ए. बिल्डकॉन के डायरेक्ट अनवर ढेबर, तत्कालीन विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी और आईएएस अनिल टुटेजा। दरअसल, जांच एजेंसियों के मुताबिक, प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कम्पनी होलोग्राम प्रिंट करती है। इस कंपनी को ही होलोग्राम की छपाई का ठेका मिले, इस बात के लिए नियमों में बदलाव किया गया। नोएडा से गिरप्तार प्रिज्म के डायरेक्टर ने विधु गुप्ता ने अरुणपति त्रिपाठी ( Arunpati Tripathi ), आईएएस अनिल टुटेजा (IAS Anil Tuteja ) और अनवर ढेबर का नाम लिया है। अदालती आदेश के बाद तत्कालीन विशेष सचिव आबकारी विभाग छत्तीसगढ़ शासन को उत्तर प्रदेश की पुलिस मेरठ लेकर गई है। उत्तर प्रदेश की पुलिस को रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा से पूछताक्ष की अनुमति अभी नहीं मिली है।
त्रिमूर्ति के बाद एक अहम नाम
आईएएस निरंजन दास, होलोग्राम प्रिंट करने वाले कम्पनी के फेवर में नियमों में बदलाव और अवैध ऑर्डर करने में त्रिमूर्ति के आलावा आईएएस निरंजन दास का भी नाम है। आईएएस निरंजन दास को समंस करके EOW पूछताक्ष कर चुकी है। बहरहाल, अदालत ने अनवर ढेबर को उत्तर प्रदेश की पुलिस के हवाले कर दिया है। अगले 48 घंटों के भीतर यूपी पुलिस मेरठ की अदालत में अनवर को पेश करेगी।
अनिल टुटेजा की थी आज पेशी
रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा की आज पेशी थी। आज EOW और ACB ने 5710 पन्नों में शराब घोटाला मामले में चालान पेश किया। जांच एजेंसी ने अदालत में एक हार्ड डिस्क भी पेश किया । इस हार्ड डिस्क में सुबूत होने का दावा किया गया है। जांच एजेंसी ने दो करोड़ मूल्य की बेनामी सम्पत्ति की जप्ती भी बताई है, दो सौ पन्नों में अभियोजन के बारे में लिखा गया है। मामले के दो सह आरोपी यूपी पुलिस के मेहमान बने हैं और अनिल टुटेजा की अगली सुनवाई 19 जुलाई को तय की गई है।
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