अरुण तिवारी@ रायपुर.
शराब घोटाला केस ( Chhattisgarh Liquor Scam ) में आरोपी अनवर ढेबर, अरुणपति त्रिपाठी ( Arunpati Tripathi ) और रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा ( Anil Tuteja ) से अब यूपी में पूछताछ हो सकती है। यूपी एसटीएफ ने तीनों को प्रोडक्शन वारंट में ले जाने के लिए रायपुर की स्पेशल कोर्ट में आवेदन लगाया है। अगर ये स्वीकार होता है तो तीनों को रायपुर से यूपी ले जाया जाएगा।
फिलहाल तीनों आरोपी रायपुर की जेल में बंद हैं। वहीं 3 मई को यूपी एसटीएफ ने नकली होलोग्राम बनाने वाली कंपनी के मालिक विधू गुप्ता को नोएडा से गिरफ्तार किया था। इसने पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। आरोपी विधू गुप्ता ने अनवर और अरुणपति का नाम लिया है।
नकली होलोग्राम से हुआ स्कैम
जुलाई 2023 में नकली होलोग्राम मामले में ईडी के डिप्टी डायरेक्टर ने नोएडा के कासना थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। 12 जून को यूपी एसटीएफ के आवेदन में सुनवाई होनी है। बताया जा रहा है कि सुनवाई के दौरान यूपी एसटीएफ को आरोपियों को ले जाने की अनुमति मिल सकती है। दो हजार करोड़ से ज्यादा के इस शराब घोटाले में नकली होलोग्राम की बड़ी भूमिका रही है। आईएएस, नेता,शराब करोबारी और होलोग्राम बनाने वाली कंपनी के कर्ताधर्ता ने इस पूरे स्कैम को अंजाम दिया था।
एक होलोग्राम पर आठ पैसे का कमीशन
एफआईआर के मुताबिक नोएडा स्थित प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी को एक टेंडर मिला था। यह टेंडर छत्तीसगढ़ के एक्साइज डिपार्टमेंट ने होलोग्राम की आपूर्ति करने के लिए अवैध रूप से दिया था। कंपनी निविदा प्रक्रिया में भाग लेने के लिए पात्र नहीं थी, लेकिन कंपनी के मालिकों की मिलीभगत से उसे पात्र बनाया गया। यह काम छत्तीसगढ़ आबकारी विभाग के विशेष सचिव अरुण पति त्रिपाठी, तत्कालीन आबकारी कमिश्नर निरंजन दास, रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा ने निविदा शर्तों के नियमों को बदल दिया था। इसके बाद प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड नोएडा को अवैध रूप से निविदा आवंटित की। बदले में कंपनी के मालिक को विधू गुप्ता से प्रति होलोग्राम 8 पैसे का कमीशन लिया गया। छत्तीसगढ़ में सरकारी दुकानों से अवैध देशी शराब की बोतलें बेचने के लिए बेहिसाब डूप्लीकेट होलोग्राम लिए गए।
thesootr links