रायपुर. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सदस्यता के साथ छत्तीसगढ़ बीजेपी का 50_50 अभियान शुरु हो गया है। दिल्ली ने छत्तीसगढ़ को बड़ा टफ टारगेट दिया है। छत्तीसगढ़ नेताओं को रोजाना 1 लाख सदस्य बनाने हैं। यानी अगले 50 दिन में 50 लाख लोगों को बीजेपी से जोड़ना है।
इसके लिए सांसदों से लेकर विधायकों तक को टारगेट दिया गया है। इस टारगेट को पूरा करने के लिए बीजेपी ने नया प्लान तैयार कर लिया है। बीजेपी की नजर उन महिलाओं पर है जो महतारी वंदन का पैसा ले रही हैं। यानी अब महतारी को बीजेपी का मेंबर बनना होगा।
सीएम ने भी यह कहा कि कार्यकर्ता महतारी के पास जाएंगे और उनको बीजेपी का सदस्य बनाएंगे। बीजेपी इस सदस्यता अभियान को भी युद्ध की तरह ले रही है।
यही कारण है कि प्रदेश मुख्यालय में वॉर रुम भी बनाया गया है। बीजेपी नेताओं के लिए यह एक बड़ा टेंशन हो गया है। उनकी मॉनिटरिंग वॉर रुम से की जा रही है। पिछली बार बीजेपी के 34 लाख सदस्य थे अब उन 34 लाख के अलावा 16 लाख नए सदस्य को बीजेपी से जोड़ना है।
इनको इतना टारगेट
सांसद- 20 हजार नए सदस्य यानी 10 लोकसभा सांसद 2 लाख नए सदस्य जोड़ेंगे।
विधायक - 10 हजार नए सदस्य यानी 54 विधायक 5 लाख 40 हजार सदस्य जोड़ेंगे।
हर बूथ पर 200 सदस्य बनाए जाएंगे यानी 24 हजार बूथ पर 48 लाख सदस्य बनाए जाएंगे।
इस तरह 50 लाख सदस्य बनाए जाएंगे।
रोजाना 1 लाख मिस्ड कॉल जरूरी
टारगेट में बीजेपी ने साफ कर दिया है कि वो 50 लाख सदस्य किस तरह से जोड़ेगी। ये तो कागजी प्लान है लेकिन यह जमीन पर कैसे उतरेगा यह बीजेपी के लिए टेंशन की बात हो गई है। इस टेंशन के लिए बीजेपी ने एक तोड़ निकाला है। कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि टारगेट पूरा करने के लिए हितग्राहियों को टारगेट करें।
सबसे बड़ी हितग्राही वे महिलाएं हैं जो महतारी वंदन का पैसा ले रही हैं। कार्यकर्ताओं को उन सभी 70 लाख महतारियों से संपर्क कर मिस्ड कॉल कराने को कहा गया है।
इसके अलावा दूसरे बड़े हितग्राही किसान हैं। जिन किसानों को बोनस का पैसा दिया गया था, उनकी संख्या 24 लाख थी। नेताओं से इन किसानों के बीच में जाकर सदस्यता का फॉर्म भरवाने का काम सौंपा है। तीसरे हितग्राही
वे हैं जिनके पीएम आवास मंजूर किए गए हैं। चौथे हितग्राही वे हैं जिन्होंने अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन किए हैं। पांचवें हितग्राही वे हैं जिनकी समस्या निवारण पखवाड़े में मौके पर समस्याएं सुलझाई गई हैं।
उनसे भी बीजेपी नेता संपर्क करेंगे। उन आदिवासियों को सदस्य बनाया जाएगा जिनके लिए तेंदूपत्ता खरीदी की कीमत बढ़ाई गई है। बीजेपी कहती है कि पीएम की योजनाओं से लोग जुड़ेंगे और पार्टी का सदस्य बनेंगे। एक_एक घर में पार्टी के कार्यकर्ता पहुंचेंगे।
कांग्रेसियों के घर भी जाएंगे बीजेपी कार्यकर्ता
बीजेपी कार्यकर्ताओं को सदस्यता अभियान में कांग्रेस नेताओं से कोई परहेज नहीं है। पार्टी ने तय किया है कि बीजेपी कार्यकर्ता घर घर जाएंगे जिनमें कांग्रेस नेताओं के घर भी शामिल होंगे।
बीजेपी कहती है कि वैसे भी नरेंद्र मोदी से प्रभावित होकर कांग्रेस नेता लगातार उनके साथ आ रहे हैं। ऐसे में उनके घर जाकर उनके परिवार के सदस्यों को भी मोदी के परिवार में शामिल होने को कहा जाएगा।
फर्जीवाड़ा रोकने हर सदस्य का डाटा बेस
बीजेपी को पिछले सदस्यता अभियान में ये शिकायत मिली थी कि मिस्ड कॉल के सदस्य बाद में मिस हो गए थे। यानी नेताओं ने अपना टारगेट पूरा करने के लिए मिस्ड कॉल का मिस यूज कर लिया था।
अबकी बार ऐसा नहीं होगा। इसके लिए बीजेपी संगठन कड़े शब्दों में यह कह दिया है कि जो जितने सदस्य बनाएगा उसका पूरा रिकॉर्ड चेक किया जाएगा। यानी मिस्ड कॉल के बाद उस व्यक्ति तक एक कार्यकर्ता को भेजा जाएगा जो सदस्यता का फॉर्म तत्काल भरवाएगा।
उसका नाम,पता,फोटो और फोन नंबर का डाटा बेस तैयार किया जाएगा। इसके बाद कार्यकर्ता का बाद में फिजिकल वैरीफिकेशन भी किया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया के बाद ही उसको बीजेपी का सदस्य माना जाएगा।
कमजोर क्षेत्रों में ज्यादा फोकस
छत्तीसगढ़ बीजेपी इस सदस्यता अभियान के जरिए अपने आपको मजबूत भी करना चाहती है। इसके लिए उन क्षेत्रों पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है जहां पर बीजेपी कमजोर है। 36 ऐसे विधानसभा क्षेत्र हैं जहां पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है।
इन क्षेत्रों पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और संगठन प्रमुख किरण सिंह देव फोकस करेंगे। इसके अलावा उन लोकसभा क्षेत्रों पर भी बड़े नेताओं का जिम्मा है जिन पर बीजेपी कम अंतर से जीती है।
इसके अलावा उन बूथ की भी सूची तैयारी की गई है जिनमें विधानसभा और लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हार मिली है। पार्टी राम मंदिर और धारा 370 को लेकर भी लोगों के बीच जाएगी।