रायपुर. छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ चल रहे ऑपरेशन में शामिल जवानों को जंगल से एयर लिफ्ट कर लाना पड़ा है। जानकारी के अनुसार जवान नारायणपुर के जंगल में सर्चिंग के लिए निकले थे। जवानों को हेलीकॉप्टर से जगदलपुर लाया गया था।
इस वजह से करना पड़ा एयर लिफ्ट
जानकारी के अनुसार जवानों का एक दल नारायणपुर के जंगल में सर्चिंग के लिए निकला था। सर्चिंग करते हुए इन्होंने करीब 40 किलोमीटर का रास्ता तय कर लिया था।
दल में शामिल कुलदीप लाड़िया के अनुसार लगातार चलते रहने की वजह से कुछ जवानों को अचानक दर्द होने लगा। इसके चलते इन्हें हेलीकॉप्टर से जगदलपुर लाया गया।
एयर लिफ्ट किए गए जवानों में से एक जवान को ज्यादा परेशानी होने पर मेकॉज रेफर किया गया है। वहीं, बाकी जवानों को एयरपोर्ट से ही नारायणपुर वापस भेज दिया गया है। एसटीएफ के जवान कुलदीप लाड़िया के अनुसार वापस भेजे गए जवानों की हालत ठीक हो गई थी।
माओवादी दंपति समेत 4 माओवादियों ने हथियार डाले
दंतेवाड़ा पुलिस के सामने एक माओवादी दंपति समेत 4 माओवादियों ने हथियार डाल दिए हैं। समर्पण करने वाले नक्सलियों में पति-पत्नी भी शामिल हैं। इन पर 8-8 लाख रुपए का इनाम था। हथियार डालने वाले अन्य नक्सलियों में 2 माओवादी 3 और 1 लाख रुपए के इनामी हैं।
सरेंडर करने वालों में रीजनल कंपनी नंबर-2 का सदस्य हूंगा तामो (37), रीजनल कंपनी नंबर-2 की सदस्य आयती ताती (35), उत्तर सब जोनल ब्यूरो और राजनीतिक टीम सदस्य देवे उर्फ विज्जे वंजाम (25) और पूवर्ती आरपीसी केएएमएस (क्रांतिकारी आदिवासी महिला संगठन) की अध्यक्ष माड़वी आयते (38) शामिल है।
इनमें हूंगा तामो और आयती ताती पर 8-8 लाख रुपए का इनाम था। ये दोनों पति-पत्नी हैं। वहीं देवे पर 3 और माड़वी आयते पर 1 लाख रुपए का इनाम घोषित है।