रायपुर. छत्तीसगढ़ में सायबर ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। सायबर ठगी की शिकार भी आईटी कंपनी की इंजीनियर हुई हैं। उन्होंने अपने साथ हुए 88 लाख रुपए के ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत सायबर सेल में की है। ठगी की शिकार महिला इंजीनियर आईटी कंपनी टेक महिंद्रा में काम करती हैं।
कंपनी के काम से आईं थीं रायपुर
जानकारी के अनुसार रश्मि शर्मा (42) आईटी कंपनी टेक महिंद्रा में इंजीनियर हैं। वह सेक्टर-16 बी-नोएडा से कंपनी के काम से टूर पर रायपुर आईं थीं। यहां वह तेलीबांधा स्थित होटल क्लार्क इन में ठहरी थीं।
इस बीच गूगल में सर्च करने के दौरान शेयर बाजार से संबंधित एवेडेंस स्पार्क ट्रेडिंग प्रोग्राम का विज्ञापन दिखा। इसके बाद रश्मि ने उसमें दिए गए मोबाइल नंबर पर फाेन किया।
इस पर अंजली शर्मा नाम की युवती ने फोन अटेंड किया। इसके बाद उन्हें वाट्सअप ग्रुप इंडिया स्टॉक इंवेस्टमेंट एकेडमी-002 में जोड़ दिया गया था। वाट्सअप ग्रुप में मेंटर नरेश राठी ने उन्हें शेयर ट्रेडिंग करने पर भारी मुनाफा कमाने का झांसा दिया।
रकम मांगने पर वाट्सअप ग्रुप से हटाया
महिला इंजीनियर उसकी बातों में आ गईं। इसके बाद नरेश ने आईपीओ एलोकेशन के नाम पर उनसे अलग-अलग बैंक खातों में रकम जमा कराना शुरू कर दिया। महिला ने 8 जुलाई से लेकर 7 अगस्त तक अलग-अलग बैंक खातों में कुल 88 लाख रुपए जमा कराए थे।
इतनी बड़ी रकम जमा करने के बाद शेयर में उन्हें लाभ नहीं मिला। इस पर उन्होंने अपनी रकम वापस मांगना शुरू कर दी। इस पर राशि लौटाने की जगह उन्हें वाट्सअप ग्रुप से अलग कर दिया गया। ठगी की शिकायत महिला इंजीनियर ने रायपुर रेंज सायबर थाने में की है।