छत्तीसगढ़ से इस वक्त बड़ी खबर सामने आई है। सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाली एक शिक्षिका को राष्ट्रपति पुरस्कार मिलेगा। दुर्ग जिले की दिव्यांग शिक्षिका को राष्ट्रपति सम्मानित करेंगी। दरअसल, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2024 के विजेताओं के नामों की घोषणा की है।
शॉर्ट लिस्ट में है नाम
28 राज्य और 3 केंद्र शासित प्रदेशों के शिक्षकों का नाम शॉर्ट लिस्टेड किया गया है। इसमें छत्तीसगढ़ की के. शारदा का नाम भी शामिल है। 5 सितंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 34 पुरुष, 16 महिला, 2 दिव्यांग और 1 चिल्ड्रन विद स्पेशल नीड टीचर्स को सम्मानित करेंगी।
बच्चों को नए तरीके से पढ़ातीं हैं
के. शारदा के अनुसार सरकारी स्कूलों में अगर शिक्षक चाहे तो कम संसाधन में भी अच्छी शिक्षा बच्चों को दी जा सकती है। हमें हर बात के लिए सरकार पर निर्भर नहीं होना चाहिए। वे बताती हैं कि अपनी स्कूली शिक्षा के दौरान लोगों ने उन्हें कभी आगे आने का मौका नहीं दिया, लेकिन शिक्षिका बनने के बाद अपने छात्रों को नई तकनीक से पढ़ाने के लिए नवाचार किया। 20 विषयों पर लिख चुकी है किताब के. शारदा के जीवन में कोविड के दौरान बड़ा बदलाव आया।
20 से अधिक विषयों पर लिख चुकी हैं किताबें
दुर्ग जिले की के. शारदा शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला खेदामारा में पदस्थ हैं। के. शारदा से दैनिक भास्कर की टीम ने बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि 3 से 4 साल की थी, तब से पोलियो के कारण कमर से नीचे का हिस्सा 80 प्रतिशत दिव्यांग है। इनके बड़े भाई कांधे पर बैठाकर स्कूल ले जाते थे। वह 20 से अधिक विषयों पर किताबें लिख चुकी हैं।
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