former IAS Ranu Sahu : छत्तीसगढ़ में DMF घोटाला केस में प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने माया वारियर को गिरफ्तार कर लिया है। माया कोरबा में आदिवासी विकास विभाग में असिस्टेंट कमिश्नर थीं। उस समय कोरबा की कलेक्टर रानू साहू थीं। दोनों के बीच लेनदेन को लेकर करीबी थी। माया वारियर की गिरफ्तारी के साथ ही खबर आ रही है कि जेल में बंद रानू साहू हाइपरटेंशन में हैं और उनका बीपी भी बढ़ गया है। ED ने माया को कोर्ट में पेश कर 23 अक्टूबर तक रिमांड पर लिया है।
जून 2021 से जून 2022 तक कोरबा कलेक्टर थीं रानू
डीएमएफ घोटाला केस में ED निलंबित IAS रानू साहू से भी प्रोडक्शन वारंट पर हिरासत में लेकर पूछताछ करना चाहती थी, लेकिन तबीयत खराब होने के चलते उन्हें कोर्ट में पेश नहीं किया जा सका।
उल्लेखनीय है कि रानू साहू जून 2021 से जून 2022 तक कोरबा में कलेक्टर थीं। इस दौरान माया वारियर भी कोरबा में पदस्थ थीं। कलेक्टर रानू साहू से करीबी संबंध होने के कारण कोयला घोटाले में माया वारियर के घर में ED ने छापा मारा था। दोनों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जा सकती है, जिसने रानू की टेंशन बढ़ा दी है।
जेल में रानू साहू को हायपरटेंशन, बीपी बढ़ा
ED के वकील सौरभ पांडेय के अनुसार रानू साहू ACB की ज्यूडिशयल रिमांड पर हैं। जेल से आज यानी 16 अक्टूबर को ऐसी खबर आई है कि पूर्व आईएएस रानू साहू को हायपरटेंशन की प्रॉब्लम हो गई है और उनका ब्लड प्रेशर बढ़ गया है।
उल्लेखनीय है कि DMF की बड़ी राशि आदिवासी विकास विभाग को प्रदान की गई थी। इसमें घोटाले का आरोप है। इसी का प्रमाण मिलने पर ED ने माया वारियर की गिरफ्तारी की है।
FAQ
सरकारी अफसरों को 40 फीसदी तक कमीशन मिला
जांच में पाया गया है कि टेंडर की राशि का 40 फीसदी तक सरकारी अफसर को कमीशन के रूप में दिया गया है। प्राइवेट कंपनियों के टेंडर पर 15 से 20 फीसदी अलग-अलग कमीशन सरकारी अधिकारियों ने लिया है।
ED के अनुसार टेंडर करने वाले संजय शिंदे, अशोक कुमार अग्रवाल, मुकेश कुमार अग्रवाल, ऋषभ सोनी और बिचौलिए मनोज कुमार द्विवेदी, रवि शर्मा, पियूष सोनी, पियूष साहू, अब्दुल और शेखर नाम के लोगों के साथ मिलकर किसी चीज की मूल कीमत से ज्यादा के बिल का भुगतान किया गया।
कोल स्कैम : जेल में पूछताछ की मिली अनुमति
कोयला घोटाला केस में ED को जेल में बंद आरोपियों से पूछताछ की अनुमति मिल गई है। 23 अक्टूबर तक ED जेल में जाकर सूर्यकांत, रजनीकांत, निखिल और रोशन कुमार सिंह से पूछताछ करेगी। ये सभी आरोपी रायपुर जेल में बंद हैं।
EOW ने कोल घोटाले के सूर्यकांत तिवारी, रजनीकांत तिवारी और निखिल चंद्राकर समेत कस्टम मिलिंग घोटाले के आरोपी रोशन चंद्राकर का नार्को, पॉलीग्राफ और ब्रेन मैपिंग टेस्ट करवाने का कोर्ट में आवेदन लगाया है, जिस पर 26 अक्टूबर को सुनवाई होगी।
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