Chhattisgarh : हैथवे केबल कंपनी ( Hathway Cable Company ) को लेकर नया विवाद समाने आया है एक कारोबारी ने केबल व्यवसायी गुरुचरण सिंह होरा ( Gurucharan Hora ) और उनके बेटे तरनजीत सिंह होरा ( Taranjit Singh Hora ) पर उन्हें बंधक बनाकर कोरे कागज पर साइन कराने के अरोप लगाए हैं। करोबारी ने यहां तक कहा कि होरा ने पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा के नाम से डराया धमकाया है। उनका कहना है कि होरा अक्सर कहा करता है कि सरकार उसके जेब में रहती है। इस मामले में कारोबारी की शिकायत पर गुरुचरण सिंह होरा और उनके बेटे तरनजीत सिंह पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। बड़ा सवाल यह उठता है कि केबल व्यवसायी गुरुचरण सिंह होरा पर किस राजनेता का हाथ है और वो कौन से अधिकारी हैं जिनके साथ होरा का उठना-बैठना है।
रायपुर के देवेंद्र नगर थाना क्षेत्र में हैथवे केबल कंपनी का अधिकारिक ऑफिस है। इस ऑफिस को मुंगेली रोड बिलासपुर निवासी अभिषेक अग्रवाल संचालित करते हैं। अभिषेक अग्रवाल ने पुलिस को शिकायत की। शिकायत में बताया गया कि उसने ( अभिषेक ) मयूर गोविंद भाई कानानी, सुधीर सरीन, सुनिल सेठी, राजेश मित्तल, दुलाल बेनर्जी, ( सभी मुंबई ) के अलावा गुरमीत सिंह भाटिया, संजय खन्ना, और गिरिराज गर्ग के साथ मिलकर रायपुर में केबल टीवी का कारोबार हैथवे मल्टीटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के माध्यम से शुरू किया था। इस कंपनी ने अचानक गुरमीत सिंह के रिश्तेदार गुरुचरण सिंह होरा की एंट्री होती है। होरा अपने आप को कंपनी का मालिक बताकर अधिकार जमाने लगता है। होरा ने कई बार कहा कि गुरमीत सिंह भाटिया का सिर्फ नाम है असल में हैथवे केबल कंपनी में पैसा उसका लगाया हुआ है।
होरा ने कहा सरकार मेरी जो चाहे करूं
अभिषेक ने पुलिस को बताया कि गुरुचरण सिंह होरा उन्हें धमकाते हैं उन पर कंपनी के ऑफिस नहीं आने और पार्टनरशिप छोड़ने का दबाव बनाते हैं। अभिषेक का कहना है कि गुरुचरण सिंह होरा ने आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा के नाम का उपयोग कर उन्हें धमकाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में केबल कारोबार सिर्फ वही ( गुरुचरण सिंह होरा ) करेंगे। अगर तुम अपनी पार्टनरशिप मेरे नाम ट्रांसफर नहीं करोगे तो आईएएस अधिकारी अनिल टूटेजा तुम्हारा हिसाब कर देंगे।
गुंडों के साथ पहुंचकर बनाया बंधक
अभिषेक ने पुलिस को बताया कि गुरुचरण सिंह होरा, उसके बेटे तरनजीत सिंह होरा, अनमोल गरूडी, हितेश व्यास में हथियारों के कंपनी के ऑफिस में बैठे थे। इसी समय उनका ऑफिस पहुंचना हुआ। इन लोगों ने उन्हें जबरन बैठा लिया और कोरे कागजों पर साइन कराने के प्रयास किए यह घटना 16 मई 2020 की है। इस घटना कि शिकायत उन्होंने देवेंद्र नगर थाना में की थी लेकिन सुनवाई नहीं हुई, बल्कि उन पर ही धारा 320 के तहत एफआईआर दर्ज की गई।
समझौते के लिए हुई बैठक
गुरुचरण सिंह होरा ने समझौते के लिए अभिषेक को गजराज पगडिया के घर 20 सितंबर 2020 को बुलाया था। बातचीत के दौरान अभिषेक को धमकाते हुए कहा कि उसने हैथवे कंपनी के मुंबई के पार्टनरों से 51 प्रतिशत और गिरिराज गर्ग से 16 प्रतिशत शेयर ले लिए हैं। अब सिर्फ तुम बचे हो अपनी सलामती चाहते हो तो पार्टनरशिप छोड़ दो और अनुबंध पत्र पर साइन कर यहां से जाओ। अभिषेक ने होरा से डरकर अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर कर दिए।
कंपनी हड़पकर नाम बदला
अभिषेक अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि गुरुचरण सिंह होरा ने हैथवे कंपनी को हड़प कर नाम बदल दिया है, उसने इस कंपनी का नाम ग्रैंड अर्श मल्टिनेट प्राइवेट लिमिटेड कर दिया है। होरा ने कई केबल ऑपरेटरों के साथ भी धोखाधड़ी की है।
क्या है गुरुचरण सिंह और अनिल टुटेजा का तालमेल
अभिषेक अग्रवाल के अनुसार गुरुचरण सिंह होरा और आईएएस अनिल टुटेजा के बीच संभावना तालमेल है। यही वजह है कि होरा ने टुटेजा और तत्कालीन सरकार का डर दिखाकर कई केबल ऑपरेटर और कारोबारियों पर दो दर्जन से अधिक एफआईआर दर्ज कराई हैं।
क्या होगा गुरुचरण सिंह होरा पर बड़ा एक्शन?
खुद को कारोबारी बताने वाले गुरुचरण सिंह और उनके बेटे तरनजीत सिंह होरा माफिया की तरह काम कर रहे हैं। उनकी वजह से अन्य कारोबारियों को मजबूरी में काम छोड़ना पड़ा। शिकायत के बाद क्या गुरुचरण सिंह होरा के खिलाफ कोई बड़ा एक्शन होगा।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक