रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 80 किलोमीटर दूर बलौदा बाजार तोड़फोड़, आगजनी और हिंसा के बाद सीएम विष्णुदेव सरकार ने कल सख्त तेवर दिखाते हुए जिले के कलेक्टर, एसपी को हटा दिया।
एसएसपी सदानंद की जगह अंबिकापुर के एसपी विजय अग्रवाल को बलौदा बाजार का नया एसपी बनाया गया है। छत्तीसगढ़ की मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि किसी भी सरकार के समय जब भी कोई इस तरह का संकट आता है, विजय अग्रवाल को वहां भेजा जाता है।
इन विपरीत हालात का किया सामना
बीजेपी की सरकार के समय 2018 में बिलासपुर में कांग्रेस नेताओं पर लाठी चार्ज हो गया था। एडिशनल एसपी का ट्रांसफर समेत बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारियो के खिलाफ कार्रवाई हुई थी। इसके बाद कोई पुलिस अधिकारी बिलासपुर जाना नहीं चाहता था। क्योंकि, वहां कांग्रेस नेताओं द्वारा बडा प्रदर्शन चल रहा था। तब रमन सरकार ने विजय अग्रवाल को भेजा।
पिछली सरकार में वे जशपुर एसपी थे। जांजगीर में भीम आर्मी का प्रदर्शन और चक्का जामा चल रहा था। तब वहां के एसपी को हटाकर IPS Vijay Agarwal को जांजगीर भेजा गया। जांजगीर जैसे जिले में विजय अग्रवाल सब कुछ ठीक कर दिया। कांग्रेस नेताओं के झगड़े में अंबिकापुर की पोलिसिंग ध्वस्त हो गई थी। इसलिए विष्णुदेव सरकार ने विजय को इसी साल जनवरी में अंबिकापुर भेजा था।
चौथा जिला है बलौदा बाजार
बलौदा बाजार चौथा जिला आईपीएस विजय अग्रवाल का एसपी के तौर पर चौथा जिला होगा। जशपुर उनका पहला जिला था, उसके बाद जांजगीर और सरगुजा। अब बलौदा बाजार। वे लंबे समय तक राजधानी रायपुर के एडिशनल एसपी रह चुके हैं।
ज्ञात हो कि बलौदा बाजार हिंसा के बाद मुख्यमंत्री निवास में हाई लेवल मीटिंग बुलाई गई थी। इसमें नए एसपी पर भी चर्चा हुई। सभी ने एक स्वर में विजय अग्रवाल का नाम सुझाया। सीएम विष्णुदेव साय उनकी वर्किंग को जानते हैं। तभी सरकार बदलने के बाद भी उन्हें जांजगीर से चुनौतीपूर्ण जिला अंबिकापुर का दायित्स सौंपा था। अब बलौदा बाजार के लिए उनके नाम पर अंतिम मुहर लगाने में उन्होंने देरी नहीं लगाई।