Mahadev Satta App Case : सबसे पहले जानिए क्या है महादेव सट्टा एप और यह कैसे काम करता है। दरअसल, महादेव सट्टा एप ऑनलाइन गेमिंग के तौर शुरू किया गया। इसमें लाइव क्रिकेट और फुटबॉल के अलावा ताश-पत्ती व लूडो पर दांव लिया जाता है। इंटरनेट पर महादेव सट्टा एप सर्च करने पर कुछ मोबाइल नंबर डिस्प्ले होते हैं। उन नंबरों पर कॉल करने पर रजिस्ट्रेशन का मैसेज आने के साथ कुछ रुपए यानी 100 से 500 तक जमा करने को कहा जाता है।
ये खबर भी पढ़ें... महादेव सट्टा केस में इन 4 IPS अफसरों के घर भी पड़े हैं CBI के छापे
ऐसा करने के बाद फिर वाट्सएप नंबर मोबाइल पर मैसेज के माध्यम से पहुंचता है। उन नंबरों पर अपनी पसंद के गेम पर दांव लगाए जा सकते हैं। मैसेज में खाता नंबर देकर प्रोटेक्शन मनी के तौर पर कुछ रुपए जमा करने को भी कहा जाता है। सिक्योरिटी मनी जमा करने वालों का ही दांव महादेव सट्टा एप स्वीकार करता है। दांव लगने पर सटोरिये के खाते में पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर किए जाते हैं।
ये खबर भी पढ़ें... महादेव सट्टा केस में इन 4 IPS अफसरों के घर भी पड़े हैं CBI के छापे
छत्तीसगढ़ में 70 से ज्यादा केस दर्ज, 300 से ज्यादा गिरफ्तार
महादेव सट्टा मामले में छत्तीसगढ़ में 70 से ज्यादा मामला दर्ज हैं। इसमें 300 से ज्यादा आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। इसके अलावा 3 हजार से ज्यादा बैंक खाते मिले हैं, जिसे ब्लॉक कराया जा रहा है। इन खातों में करोड़ों रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ है। छत्तीसगढ़ में पहली एफआईआर 31 मार्च 2022 को दर्ज की गई थी।
ये खबर भी पढ़ें... जानिए कौन हैं IPS अभिषेक पल्लव , जिनके यहां पड़ा है CBI का छापा
इस तरह होता गया मामले का खुलासा
क्रिकेट मैच पर सट्टा खिलाने के आरोप में पहली गिरफ्तारी दुर्ग के आलोक सिंह, खड्ग सिंह और राम प्रवेश साहू की हुई थी। तीनों से पूछताछ और मोबाइल की जांच के दौरान महादेव सट्टा बुक का खुलासा हुआ। पुलिस की पड़ताल में खुलासा हुआ है कि भिलाई में जूस सेंटर चलाने वाला सौरभ चंद्राकर महादेव सट्टा का किंग है। वह अपने दोस्त रवि उप्पल, कारोबारी अनिल अग्रवाल के साथ मिलकर दुबई से ऑनलाइन सट्टा चला रहा है। इसमें कई सराफा, सरिया, कपड़ा कारोबारियों का पैसा लगा है।
ये खबर भी पढ़ें... महादेव सट्टा एप केस में भी फंसे पूर्व IAS अनिल टुटेजा, CBI का छापा
दुबई में शिफ्ट हुए आरोपी
आरोपी 35-40 लाख रुपए में पैनल बेचते है। देश के कई राज्यों इनका पैनल चल रहा है। छत्तीसगढ़ के 200 से ज्यादा युवा दुबई शिफ्ट हो गए है। जो वहां बैठकर सट्टा चला रहे हैं। पुलिस के बाद 2023 में ईडी ने इसमें मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला का केस दर्ज किया। इस साल 4 मार्च को एसीबी-ईओडब्ल्यू ने भी जालसाजी और साजिश का केस दर्ज किया।
IPS Abhishek Pallav | Chhattisgarh Mahadev Satta App | ED action in Mahadev Satta App | छत्तीसगढ़ सीबीआई छापा | छत्तीसगढ़ महादेव सट्टा एप केस | छत्तीसगढ़ महादेव सट्टा एप