RAIPUR. छत्तीसगढ़ पुलिस के दो सिपाहियों का 25 दिन में तीन बार तबादला आदेश जारी हुआ। ये वे सिपाही हैं जिनका नाम महादेव सट्टा एप घोटाले में आया है। ईडी की जांच में इन दोनों सिपाहियों को भी सस्पेक्टेड माना गया है। तो सवाल यह उठ रहा है कि पिछली सरकार के इतने बड़े घोटाले के संदेहियों पर नई सरकार इतनी मेहरबान क्यों हुई कि इनकी पोस्टिंग क्राइम ब्रांच में कर दी। क्राइम ब्रांच से हटाया तो थाने भेज दिया गया। सवाल ये भी है कि क्या दो सिपाही सरकार पर भारी पड़ गए। बीजेपी विधायकों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई। विधायकों की आपत्ति के बाद इनको लाइन अटैच किया गया।
ये है पूरा मामला
महादेव सट्टा एप मामले में ईडी की जांच चल रही है। इस घोटाले के आरोपी एएसआई चंद्रभूषण वर्मा से 22 सितंबर 2023 को ईडी की पूछताछ में दो और सिपाहियों के नाम सामने आए। ये दो सिपाही जिन पर शक की सुई घूमी हैं वे हैं छत्तीसगढ़ पुलिस के हेड कांस्टेबल संदीप दीक्षित और राधाकांत पांडेय। पुरानी सरकार में महादेव सट्टा एप मामले में सस्पेक्टेड होने के बाद भी नई सरकार इन पर मेहरबान रही। या यूं कहें कि ये दो सिपाही सरकार पर भारी पड़ गए। तीन जुलाई को इन दोनों का थाने से क्राइम ब्रांच में तबादला कर दिया गया। रायपुर में बिगड़ती कानून व्यवस्था को देखते हुए 16 जुलाई को गृह मंत्री विजय शर्मा ने मंत्रालय में रायपुर के सभी विधायकों और पुलिस अफसरों की संयुक्त बैठक ली। मीटिंग में गृह मंत्री के सामने पार्टी विधायक रायपुर आईजी और एसपी पर बिफर पड़े। इन विधायकों ने खुलकर विरोध जताते हुए कहा कि महादेव एप में आरोपी दो सिपाहियों को कैसे क्राईम ब्रांच में पदस्थ किया गया। इन विधायकों की नाराजगी के बाद हेड कांस्टेबल संदीप दीक्षित और राधाकांत पांडेय का तबादला थाने में कर दिया गया।मामले की जानकारी मिली तो बीजेपी विधायक फिर नाराज हो गए। इन विधायकों ने फिर गृह मंत्री से कहा कि ये क्या मजाक है, बोलने के बाद भी सिपाहियों पर पुलिस अफसर क्यों मेहरबान हैं। इन विधायकों की नाराजगी के बाद सरकार ने तीसरा तबादला आदेश जारी किया है। अब इन दोनों सिपाहियों को पुलिस लाइन भेज दिया गया है।
इस तरह हुआ तबादले पर तबादला...
- 3 जुलाई को एक तबादला आदेश जारी हुआ जिसमें राधाकांत पांडेय को तिल्दा नेवरा थाने से क्राइम ब्रांच भेज दिया गया। वहीं संदीप दीक्षित को गोबरा नवापारा थाने से क्राइम ब्रांच तबादला कर दिया गया।
- 18 जुलाई को दूसरा आदेश जारी हुआ जिसमें राधाकांत पांडेय को क्राइम ब्रांच से थाना गोबरा नवापारा भेज दिया गया और संदीप दीक्षित का तबादला क्राइम ब्रांच से थाना खरोरा कर दिया गया।
- विधायकों की नाराजगी के बाद तीसरा आदेश जारी हुआ जिसमें इन दोनों हेड कांस्टेबलों को लाइन अटैच किया गया।
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