Raipur. सत्ता परिवर्तन के साथ ही छत्तीसगढ़ में नए- नए खुलासे हो रहे हैं। सबसे पहले पूर्व नगरीय प्रशासन मंत्री के बंगले से AC और कीमती फर्नीचर निकालकर ले जाने के आरोप लगे तो अब मंत्रियों के बंगलों से 10 लाख से ज्यादा के गमले और पौधे गायब होने का नया खुलासा हुआ है। एक- दो नहीं, ज्यादातर बंगलों का यही हाल है। नए मंत्रियों की शिफ्टिंग के दौरान जब उद्यानिकी विभाग की टीम फुलवारी सजाने पहुंची, तब पौधे और गमले गायब होने का पता चला।
बंगला छोड़ा तो गमले भी ले गए साथ
बंगलों के स्टाफ और आसपास के लोगों ने बताया कि जब पूर्व मंत्री अपना सामान लेकर जा रहे थे उनका स्टाफ गमले भी साथ ले गया। मामला नए मंत्रियों की शिफ्टिंग का था, इसलिए विभाग ने आनन- फानन में नए सिरे से फुलवारी सजा दी। हालांकि गमले और पौधे गायब होने की पुलिस में शिकायत नहीं की गई है। गमले और पौधे गायब होने को लेकर उद्यानिकी विभाग में खासी हलचल है। उद्यानिकी विभाग के अफसर ने इसकी शिकायत वरिष्ठ अफसरों से की है। विभाग के अफसरों का कहना है कि एक तो बजट कम मिलता है। ऐसे में अचानक नया खर्च आ गया है।
ठंड के सीजन के फूल लगाए और बदली सत्ता
उद्यानिकी विभाग ने पिछले साल मंत्री बंगलों में ठंड के सीजन के हिसाब से फुलवारी सजाई थी। नई सरकार के सत्ता संभालने के बाद मंत्रियों ने एक- एक कर बंगले खाली किए। उसके बाद सजावट और रंग- रोगन शुरू हुआ। गार्डन और फुलवारी को संवारने उद्यानिकी विभाग की भी टीम पहुंची। जैसे- जैसे सजावट शुरू की गई कहीं गमले कम मिले तो कहीं पौधे गायब मिले। इस कारण विभाग को बंगले पर फूल के नए पौधे लगाने पड़ गए। इससे विभाग का बजट कम पड़ गया है। मंत्रियों के बंगलों पर हर साल फूल व गमले लगाने के लिए 20 लाख तक का बजट स्वीकृत है।
बजट गड़बड़ा गया है
पुराने मंत्रियों के बंगले खाली होने के बाद जांच की गई, तब गमले और पौधे कम मिले। इस कारण नए मंत्रियों के यहां नए पौधे लगाकर बंगले की फुलवारी सजानी पड़ी है। पौधे- गमले गायब होने से असर विभाग के बजट पर पड़ा है।
-बीएस ठाकुर, उप संचालक उद्यानिकी