छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू के बाद अब डायरिया से हड़कंप मच गया है। डायरिया की चपेट में 35 से ज्यादा ग्रामीण शामिल है। वहीं एक की मौत हो गई है। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। डायरिया बिमारी से प्रभावित लोगों को इलाज के लिए सीधे अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। बताया जा रहा है कि यह बिमारी ग्रामीणों में दूषित पानी पीने की वजह से फैली है।
गंदा पानी पी रहे थे ग्रामीण
ग्रामीणों ने जानकारी दी कि गांव में दूषित पानी की सप्लाई की जा रही है। जिस पाइप से गांव में पानी की सप्लाई होती है, उस पाइप में लीकेज की समस्या है। जिसकी वजह से पानी दूषित हो रहा है। ग्रामीणों को मजबूरी में यही पानी पीना पड़ रहा है। इसके चलते उल्टी दस्त की समस्या हो रही है। इस समस्या के कारण 36 से ज्यादा लोग डायरिया के चपेट में आ गए हैं।
गांव के अस्पताल में नहीं हो रहा बेहतर इलाज
यह पूरा मामला मुंगेली जिले के सेतगंगा-फास्टरपुर क्षेत्र के दुल्लापुर गांव का है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव के सरकारी अस्पताल में अच्छे इलाज की व्यवस्था नहीं है। ग्रामीणों ने अस्पताल के डॉक्टरों को लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। मामले को लेकर कलेक्टर राहुल देव का कहना है कि डायरिया को लेकर प्रशासन और स्वास्थ्य अमला अलर्ट मोड पर है। डायरिया पीड़ित गांव और लोगों तक उपचार और राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। उन्होंने स्थिति नियंत्रण में होने की जानकारी दी है।
एक की हुई मौत
डायरिया के चपेट में आकर एक ग्रामीण की मौत हो गई है। इससे गांव में दहशत का माहौल बन गया है। ग्रामीण अब पानी को उपयोग में लेने से डर रहे है। वहीं भयंकर बारिश की वजह से गांव तक दवाई की सुविधा मुश्किल से पहुंच रही है। बारिश की वजह से प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। इनमें दुल्लापुर गांव भी शामिल है।
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