रायपुर. केंद्र सरकार की फ्लैगशिप प्रधानमंत्री आवास योजना में करोड़ों का घोटाला सामने आया है। इस मामले में दो पूर्व जनपद सीईओ सहित तीन के खिलाफ पुलिस केस दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई एसडीएम की जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई है। मामला राज्य के सरगुजा जिले के मैनपाट ब्लॉक का है। जनपद CEO अमन कुमार यादव को भी लापरवाही बरतने के कारण कलेक्टर ने हटा दिया है।
साल 2016 से चल रहा घोटाला
मैनपाट में पीएम आवास योजना के तहत हितग्राहियों की राशि दूसरों के खाते में भेजी गई। इस तरह सरकारी फंड का गबन किया गया। यह घोटाला साल 2016 से 2023 में स्वीकृत हुए पीएम आवास की राशि में किया गया है। मामले की जांच सीतापुर SDM रवि राही की अध्यक्षता में गठित 3 सदस्यीय समिति कर रही है।
प्रारंभिक जांच में 14 हितग्राहियों के 11 लाख 60 हजार रुपए पात्र हितग्राहियों के बजाए दूसरों के खाते में भेजना पाया गया है। मैनपाट में ऐसे हितग्राहियों की संख्या 600 से ज्यादा बताई गई है, जिनके आवास योजना की राशि में गड़बड़ी हुई है। इसमें 3.5 करोड़ रुपए से ज्यादा की हेराफेरी की आशंका है।
पहली FIR दर्ज हुई, जनपद सीईओ दोषी
मामले की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट जांच दल ने सरगुजा कलेक्टर को सौंपी थी। जांच में 14 हितग्राहियों के लिए स्वीकृत 11 लाख 60 हजार रुपए पात्र हितग्राही के बजाए दूसरे लोगों के खाते में भेजना पाया गया। मामले में जांच रिपोर्ट के आधार पर कमलेश्वरपुर पुलिस ने पूर्व सीईओ सागर चंद गुप्ता और जय गोविंद गुप्ता सहित पेंट क्षेत्र के VLE तसव्वूर खान के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है।
जनपद CEO हटाए गए
मामले में कलेक्टर सरगुजा ने मैनपाट के जनपद CEO अमन कुमार यादव को लापरवाही के आरोप में हटाकर जिला पंचायत में अटैच कर दिया है। सहायक संचालक महेंद्र खांडेकर को मैनपाट का नया जनपद CEO बनाया गया है।