Chhattisgarh Political News : वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासी पारा चढ़ गया है। भाजपा-कांग्रेस के नेता एक दूसरे पर तीखी बोल के तीर चला रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस नेता भूपेश बघेल का बड़ा बयान सामने आया है। भूपेश बघेल ने अरूण साव पर हमला किया है।
इसके साथ ही बघेल ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ भी बयान दिया है। बगहील ने कहा कि - उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा था कि वन नेशन वन इलेक्शन होने चाहिए। 24 घंटे नहीं बीते और चुनाव आयोग ने दो राज्यों के चुनाव की घोषणा की।
अरूण साव पर साधा निशाना
भूपेश बघेल ने अरुण साव पर हमला करते हुए कहा कि, अरुण साव कहते हैं छत्तीसगढ़ में वन नेशन वन इलेक्शन की तर्ज पर चुनाव होंगे। अब सरकार के सूत्रों से खबर आ रही है कि नगर निकाय और पंचायती चुनाव एक साथ कराना संभव नहीं है। वे खुद बोलते हैं और कर नहीं पाते हैं। किसी राज्य में अगर सरकार गिर गई तो चुनाव ढाई साल के लिए होंगे या पांच साल के लिए होंगे?
बता दें कि आज one nation one election bill के प्रस्ताव को मोदी कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नेतृत्व में बनाई गई कमेटी द्वारा दी गई रिपोर्ट को केंद्रीय कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। खबर ये है कि सरकार शीतकालीन सत्र में इस पर एक बिल ला सकती है।
4130 विधानसभा सीटों पर एक साथ होंगे चुनाव
एक देश एक चुनाव यानी का मतलब है कि पूरे देश में एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव हों। ऐसे समझिए, देश की सभी 543 लोकसभा सीटों और सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 4130 विधानसभा सीटों पर एक साथ चुनाव होंगे। वोटर सांसद और विधायक चुनने के लिए एक ही दिन, एक ही समय पर अपना वोट डाल सकेंगे।
क्या यह चुनाव व्यवस्था देश के लिए नई है?
नहीं, यह कांसेप्ट भारत के लिए नया नहीं है। देश में आजादी के बाद 1952 से लेकर 1957, 1962 और 1967 तक लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ ही हुए थे। 1968 और 1969 में कई विधानसभाएं तय समय से पहले भंग कर दी गई थीं। 1970 में लोकसभा भी समय से पहले भंग कर दी गई थी। इसके चलते एक देश एक चुनाव की गाड़ी पटरी से उतर गई।
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