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सूदखोरी, ब्लैकमेलिंग और बसूली केस में बांटेड वीरेंद्र सिंह तोमर व रोहित तोमर 55 दिनों से फरार है। दोनों भक्ष्यों की तलाश में पुरानी बस्ती व कदम ब्रांच की 20 सदस्यीय टीम लगी हुई है। टीम ने छत्तीसगढ़ के अलावा उत्तरप्रदेश, दिल्ली, राजस्थान व महाराष्ट्र में छापेमारी की। 120 से ज्यादा मोबाइल नंबर के कॉल डिटेल खंगाले, लेकिन दोनों भाइयों को पुलिस ढूंड नहीं पा रही है।
पुलिस दावा कर रही है कि दोनों भाइयों की तलाश जारी है। उनका वलू नहीं मिल पाया है। चर्चा है कि दोनों भाई किसी नेता के यहां छिपे हुए हैं, जहां तक पुलिस पहुंच नहीं पा रही है। पुलिस का दावा है कि प्रॉपर्टी को जानकारी निकालकर कोर्ट में दी गई है। कोर्ट से जब भी आदेश होगा। उसे कुर्क किया जाएगा।
राजनीतिक संरक्षण का भी लग रहा आरोप
तोमर बदर्स का कई राजनेताओं से अच्छा संबंध है। दूसरे राज्यों के नेता व संगठन के पदाधिकारी से रिश्तेदारी है। चर्चा है कि इनके ही संरक्षण की वजह से पुलिस दोनों भाइयों को पकड़ नहीं पा रही है। पुलिस का दावा है कि दोनों भाई परिजनों के भी संपर्क में नहीं है। फरारी के दौरान अपना मोबाइल भी चालू नहीं रखे हुए है। उन्होंने अपना नंबर भी बदल दिया है।
दोनों भाइयों की पत्नियों को मिली जमानत
पुलिस ने बेरिंद्र तोमर की पत्नी शुभ्रा तोमर और रोहित की पत्नी भावना को भी गिरफ्तार किया था। दोनों की बेल भेज दिया गया था। दोनों को कोर्ट से जमानत मिल गई है। दोनों कोर्ट से बाहर आ गए हैं। उनके भतीने दिव्यांश को भी जमानत मिल गई है।
55 दिन से दोनों फरार, तलाश जारी- पुरानी बस्ती व क्राइम ब्रांच की 20 सदस्यीय टीम उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान और महाराष्ट्र में छापेमारी कर चुकी है।
महिलाएं भी पकड़ाई, जमानत मिली- दोनों के खिलाफ दर्ज मामलों में उनकी पत्नियों (शुभ्रा और भावना) और भतीजे दिव्यांश को भी शामिल किया गया था। थाने-फिर FIR, कुल 7 मामले दर्ज- आरोप: हत्या, अपहरण, ब्लैकमेलिंग, अवैध उगाही, प्रॉपर्टी जबरन कब्जा। पुलिस का दावा: गिरफ्तार या सरेंडर होगा- पुलिस अधिकारिक रूप से कह चुकी है कि दोनों भाइयों का पता निकलने के बाद या तो वे सरेंडर करेंगे या पकड़ लिए जाएंगे। |
हलांकि वीरेंद्र और रोहित की जमानत याचिका रायपुर कोर्ट ने खारिज कर दी है। दोनों ने अग्रिम जमानत की अर्जी लगई थी। दोनों के खिलाफ जून में 7 से ज्याता केस दर्ज है। किसी भी मामले में दोनों भाइयों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इससे पहले रोहित पर 10 और वीरेंद्र पर 7 मामले दर्ज हैं। इसमें हत्या, अपारण, हत्या की कोशिश, ब्लैकमेलिंग समेत अन्य मामले शामिल हैं।
11 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी मकान की कीमत ही 4 करोड़
पुलिस ने 55 दिनों में तोमर परिवार की संपति की जानकारी निकाली है। वेरिद्र, रोहित, भावना, शुभा समेत अन्य सदस्यों के नाम पर रायपुर में 11 पिटर्टी है, जिसके दस्तावेज मिले हैं। प्रारंभिक जांच में भाठागांव में निर्माणाधीन मकान 4 करोड़ रुपए से ज्यादा का है।
तोमर परिवार के नाम पर सवा करोड़ की चार महंगी गाड़ी है। इसमें बीएमडब्ल्यू, धार, ओजा और स्कॉर्पियो है। घर पर 35 लाख कैश, 67 लाख के सोने के जेका, एक दर्जन महंगे मोबाइल, लैपटॉप समेत अन्य सामान मिले हैं।
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