रायपुर. छत्तीसगढ़ में सीमेंट पर सियासत तेज हो गई है। रायपुर से बीजेपी सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने दावा किया है कि उनके विरोध के बाद सीमेंट के रेट कम हो गए हैं। हालांकि, द सूत्र ने बाजार में पड़ताल की तो पाया कि सीमेंट बढ़े हुए रेट पर ही बेची जा रही है। यही वजह है कि बृजमोहन के सीमेंट की कीमतें कम होने के दावे पर सवाल उठने लगे हैं। इस मुद्दे पर कांग्रेस लगातार आक्रमक बनी हुई है।
प्रति बोरी 45 रुपए कम होने का दावा
छह सितंबर को सांसद बृजमोहन ने सीएम विष्णुदेव साय और केंद्र सरकार को एक पत्र लिखा। इस पत्र में कहा गया कि सीमेंट कंपनियों ने गठजोड़ कर मनमाने दाम बढ़ा दिए हैं। प्रति बोरी में 50 रुपए का इजाफा किया गया है। इन कीमतों को वापस लिया जाना चाहिए। क्योंकि इससे गरीबों का घर बनाने का सपना टूट जाएगा।
दस दिन बाद सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने दावा किया कि उनके विरोध के बाद सीमेंट की कीमतें कम हो गई हैं। प्रति बोरी 45 रुपए की कमी होने का दावा सांसद ने किया है।
बढ़ी हुई कीमतों पर ही बेची जा रही सीमेंट
इधर जब द सूत्र ने पड़ताल की तो सांसद बृजमोहन के दावे की हवा निकल गई। द सूत्र ने राजधानी रायपुर में सीमेंट के डीलर्स से बात की तो उन्होंने नाम न देने की शर्त पर बताया कि सीमेंट की कीमतों में फिलहाल कोई कमी नहीं आई। वर्तमान में बढ़े हुए रेट पर ही सीमेंट बेची जा रही है। वहीं, सीमेंट की बढ़ी हुई कीमतों के खिलाफ कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन जारी है। कांग्रेस पीसीसी चीफ दीपक बैज का साफ कहना है कि जब तक ये कीमतें वापस नहीं होंगी, तब तक आंदोलन करते रहेंगे।
हाल ही में बढ़ी थी सीमेंट की कीमत
बता दें कि प्रदेश में पहले सीमेंट का रेट 260 रुपए प्रति बोरी था। इसके बाद 3 सितंबर 2024 को कीमत में वृद्धि की गई। दाम बढ़ने के बाद एक बोरी सीमेंट की कीमत 310 रुपए है। इसके अलावा सरकारी और जनहित के प्रोजेक्ट्स के लिए उपलब्ध कराई जाने वाली सीमेंट के दाम भी बढ़ा दिए गए हैं। ये पहले 210 रुपए थे, इसे बढ़ाकर अब 260 रुपए प्रति बोरी किया गया था। ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ में हर महीने सीमेंट का उत्पादन करीब 8 करोड़ बैग है।