रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को वोटिंग , बीजेपी का है गढ़
Raipur South Assembly By-Election : चुनाव आयोग ने आज यानी 15 अक्टूबर को रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। यहां 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे।
Raipur South Assembly By-Election : चुनाव आयोग ने आज यानी 15 अक्टूबर को रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। यहां 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। इसके साथ ही सभी पार्टियों में टिकट के बंटवारे को लेकर हलचल तेज हो गई है।
रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से BJP किसे देगी टिकट?
सालों से ही रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट बीजेपी की झोली में रहा है। बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद अब बीजेपी टिकट किसे देगी? यह चर्चा का विषय है। वहीं इस सीट पर जीत का परचम लहराने के लिए कांग्रेस ने भी कमर कस ली है। रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से बृजमोहन अग्रवाल जमीन से जुड़े हुए और कद्दावार नेता रहे हैं, जिस वजह से उन्हें हमेशा जीत मिली।
वहीं बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बन जाने पर अब कांग्रेस इस सीट पर जीत का स्वाद चखना चाहती है। इसके लिए कांग्रेस दल के बड़े नेता लगातार बैठक कर रहे हैं। बता दें कि कांग्रेस ने अबतक इस सीट से ब्राह्मण और ओबीसी दोनों को टिकट दिया लेकिन उसके सारे प्रयोग फेल रहे।
जानिए रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट का इतिहास
रायपुर सिटी साउथ विधानसभा क्षेत्र छत्तीसगढ़ राज्य में एक सामान्य सीट है। यहां सभी जाति और धर्म के लोग निवास करते हैं। इस क्षेत्र के कुल मतदाताओं की संख्या 2,38,780 है, जिसमें पुरुष और महिला मतदाता की संख्या लगभग 1,20,706 है और 57 थर्ड जेंडर वोटर्स हैं। इस क्षेत्र में, वोट पार्टी के नाम से दिए जाते हैं। साथ ही प्रत्याशी के नाम पर भी वोट डालते हैं। इस स्थानीय संसदीय क्षेत्र को बीजेपी का गढ़ माना जाता है।
बीजेपी के कद्दावार नेता बृजमोहन अग्रवाल इस क्षेत्र से बार-बार चुने गए। बृजमोहन अग्रवाल यहां के जमीन से जुड़े हुए नेता हैं। जिस वजह से क्षेत्र के लोग भी उन्हें पसंद करते हैं। उन्होंने कॉमर्स और आर्ट्स में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है। बृजमोहन अग्रवाल हमेशा से ही प्रबल दावेदार रहें हैं। इन्होंने 1990 से अब तक के सभी चुनाव जीते हैं।
FAQ
रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर उपचुनाव क्यों हो रहा है?
रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट खाली हो गई क्योंकि बृजमोहन अग्रवाल, जो लंबे समय से इस सीट से विधायक थे, ने 2024 लोकसभा चुनाव जीतने के बाद विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। अब इस सीट पर उपचुनाव आयोजित किया जा रहा है।
इस उपचुनाव में जातिगत समीकरण का कितना असर रहेगा?
रायपुर दक्षिण सीट पर जातिगत समीकरणों का ज्यादा प्रभाव नहीं होता है। यहां ब्राह्मण, ओबीसी, मुस्लिम, और सिख सभी समुदाय के लोग रहते हैं, लेकिन किसी विशेष जाति का प्रभाव चुनावी नतीजों पर नहीं दिखता।
BJP अब तक कैसे जीत रही चुनाव?
रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर सालों से बीजेपी जीतते आ रही है। इस सीरायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से बीजेपी की जीत का सबसे ठोस वजह बृजमोहन अग्रवाल है।