बिलासपुर के मस्तूरी विकासखंड के गोडाडीह धान खरीदी केंद्र पर 1.53 करोड़ की हेराफेरी का मामले सामने आया है। दरअसल यहां केंद्र प्रभारी और ऑपरेटर ने 5 हजार क्विंटल धान का घोटाला किया है।
हालांकि धान में हेराफेरी के मामले को लेकर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। इसी के साथ जब इन लोगों से पूछताछ हुई तो उनका कहना था कि 4950 क्विंटल धान सूख गया। वहीं जांच करने के बाद घोटाले का खुलासा हुआ।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक ये मामला पचपेड़ी क्षेत्र के गोडाडीह स्थित धान खरीदी केंद्र का है। यहां के प्रभारी और ऑपरेटर ने मिलकर साल 2023-24 के तहत 4950 क्विंटल धान की हेराफेरी की थी।
जिसके बाद शिकायत मिलने पर कलेक्टर अवनीश शरण ने जांच के आदेश दिए थे। जांच में एक करोड़ 55 लाख 45 हजार 651 रुपए के धान की हेराफेरी पाई गई।
मामले की जांच शुरू
जांच रिपोर्ट में घोटाले का खुलासा होने पर लोहर्सी स्थित सहकारी बैंक के प्रबंधक ने मामले की शिकायत पचपेड़ी थाने में की थी। शिकायत पर पुलिस ने धारा 409, 34 के तहत जुर्म दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक लोहर्सी स्थित सहकारी बैंक के प्रबंधक देवदत्त साहू ने इस पूरे मामले की शिकायत थाने में की थी।
धान खरीदी केंद्र का निरीक्षण
सहायक खाद्य अधिकारी मस्तूरी, सहकारिता विस्तार अधिकारी मस्तूरी, पर्यवेक्षक मस्तूरी और खाद्य निरीक्षक मस्तूरी ने 16 जून को धान खरीदी केंद्र का निरीक्षण किया।
भौतिक सत्यापन के दौरान 4 हजार 950 क्विंटल धान कम पाया गया। अधिकारियों ने पूछताछ की गई तो धान खरीदी केंद्र के प्रभारी प्रकाश लहरे ने बताया कि धान का उठाव धीमी गति से किया गया।
इस कारण धान सूख गया। हालांकि इसके बाद सहकारिता उपायुक्त ने लोहर्सी बैंक प्रबंधक ( Loharsi Bank Manager ) को पूरे मामले की शिकायत पुलिस में करने के निर्देश दिए। अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
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