/sootr/media/media_files/2025/05/25/46rsesfZX4XOdoxwel5T.jpg)
इन दिनों सरकार नौकरशाही की लगाम कसने में लगी हुई है। आखिर नौकरशाही के जरिए तो सरकार का सुशासन प्रदेश में जा पाएगा। सीएम ने कलेक्टरों की क्लास लगाई तो पुलिस के एक बड़े साहब ने पुलिस कप्तानों को दो टूक सुना दी। सीएम ने कलेक्टरों से साफ कह दिया है कि जिलों में दौरा तो करना पड़ेगा, दफ्तर में बैठकर काम नहीं चलेगा।
वहीं साहब ने पुलिस कप्तानों से कहा कि वसूली नहीं क्राइम कंट्रोल करो। छत्तीसगढ़ में एक नई जोड़ी की भी चर्चा है। अमित शाह के क्लोज एक मंत्री क्या आ गए दूसरे मंत्रियों की टेंशन बढ़ गई। छत्तीसगढ़ के राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों की ऐसी ही अनसुनी खबरों के लिए पढ़िए द सूत्र का साप्ताहिक कॉलम सिंहासन छत्तीसी।
ये खबर भी पढ़िए...Monsoon 2025 : जोरदार बारिश के साथ मानसून की एंट्री... येलो अलर्ट जारी
वसूली पर नहीं क्राइम कंट्रोल पर ध्यान दें
पुलिस कप्तानों की मीटिंग में एक सीनियर आईपीएस अफसर ने उनकी लू उतार दी। साहब खुफिया विभाग से जुड़े हुए हैं इसलिए उनके पास अंदर की सारी खबरें हैं। पुलिस की चल रही वसूली पर साहब तमतमा गए। उन्होंने पुलिस अधीक्षकों से दो टूक कहा कि क्या मैंने या डीजीपी साहब ने किसी टीआई की नियुक्ति की सिफारिश की है।
ये खबर भी पढ़िए...बांग्लादेशी महिलाएं छत्तीसगढ़ में चला रही सेक्स रैकेट का धंधा... हुआ बड़ा खुलासा
आप लोग अपने चहेते टीआई को थाना सौंप देते हैं। मनमानी नियुक्तियां चल रही हैं फिर भी क्राइम कंट्रोल नहीं हो रहा। टीआई तो वसूली में लगे हैं तो फिर अपराध पर नियंत्रण कैसे करेंगे। उन्होंने कहा कि वसूली का टारगेट पूरा करने में जुटे पुलिस अधिकारियों के कारण ही अपराध पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। आप मनमानी और सिफारिशी नियुक्तियों को रोकिए और अपराध को रोकने पर काम कीजिए। साहब के इन तेवरों को देखकर पुलिस कप्तान बगलें झांकने लगे।
शाह के क्लोज शर्मा,टेंशन में मंत्री
हाल ही में नक्सलियों से हुई मुठभेड़ में सीएम और डिप्टी सीएम के बयानों में बहुत अंतर नजर आया। डिप्टी सीएम ने नक्सलियों को मारने के ऑपरेशन और मारे जाने वालों की संख्या का ही खंडन कर दिया। जाहिर कोई मैसेज दिल्ली से आया होगा। ये सब तो अलग बात है लेकिन छत्तीसगढ़ के मीडिया के लिए ये हैरान करने वाला रहा कि नक्सलियों से मुठभेड़ में सीआरपीएफ के कुछ जवान जख्मी हुए। एयरलिफ्ट कर उन्हें कब दिल्ली ले जाया गया, किसी को पता नहीं चला।
ये खबर भी पढ़िए...कैमिकल प्रोडक्शन में अब धांधली... एक ही पते पर कई फैक्ट्रियां
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उन्हें देखने जब एम्स पहुंचे, तब इसकी जानकारी बाहर आई। सियासी गलियारों में हैरान करने वाली गृह मंत्री विजय शर्मा की फोटो भी रही। फोटो में अमित शाह के साथ विजय शर्मा को देख लोग चौंक पड़े। विजय शर्मा को शाह के इतने क्लोज देख दूसरे मंत्री टेंशन में आ गए हैं।
अब वे ये सोचने लगे हैं कि आखिर दिल्ली दरबार में नंबर कैसे बढ़ाए जाएं। ये टेंशन इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि अभी मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ नहीं है और दिल्ली ने साफ कह दिया है कि नॉन परफॉर्मर मंत्रियों को हटाया जाए। वैसे भी शाह पिछले एक साल में चार बार बस्तर का दौरा कर चुके हैं। इस दौरान कई बार उन्होंने गृहमंत्री की सक्रियता की तारीफ भी खुले मंच से की। ऐसे में दूसरे मंत्रियों का बीपी बढ़ना तो लाजिमी है।
शाह के रडार पर कलेक्टर
सीएम विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ में सुशासन लाना चाहते हैं और अफसर हैं कि सुधरने का नाम नहीं ले रहे। इन अफसरों में सबसे बड़ी जिम्मेदारी कलेक्टरों की है क्योंकि वे ही पूरी जिले की सरकार माने जाते हैं। सीएम की रडार पर अब कलेक्टर आ गए हैं। सरकार ने अफसरों को समय पर दफ्तर आने के लिए सख्त हिदायत दे रखी है। कलेक्टरऔर एसपी को जिलों का दौरा करने के निर्देश भी बाकायदा जीएडी ने जारी किए हैं।
ये खबर भी पढ़िए...बस्तर में वन मंत्री के करीबी कर रहे अवैध रेत खनन... पूर्व MLA ने पकड़ी JCB
सीएम के सामने ये शिकायतें आई हैं। सरकार के नोटिस में ये बात आई है कि 80 फीसदी कलेक्टर घर और ऑफिस से बाहर नहीं निकल रहे। सीएम इसको लेकर नाराज बताए जा रहे हैं। राजनांदगांव की समीक्षा बैठक में उनके भीतर की बातें जुबां पर आ गई। उन्होंने कलेक्टरों, कमिश्नरों से फिर कहा कि अपने इलाकों के दौरे में कोताही न करें। सीएम ने सख्त लहजे में इन दोनों प्रशासनिक अधिकारियों को चेताया कि कोर्ट को तभी केंसिल करें, जब कोई बेहद अर्जेंट वर्क हो।
आरडीए की पोस्टिंग यानी कलेक्टरी की गारंटी
आरडीए यानी रायपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी में पोस्टिंग कलेक्टरी की गारंटी बन गई है। या यूं कहें कि कलेक्टरी का लांचिंग पैड आरडीए बन गया है। साय सरकार के सवा साल में अब तक चार सीईओ बदल चुके हैं। जनवरी 2024 में पहली लिस्ट में धमेंद्र साहू कलेक्टर बनकर गए तो उनकी जगह प्रतीक जैन को बिठाया गया। वे 10 महीने रहे। उनके बाद 14 जनवरी को कुंदन कुमार सीईओ बने।
कुंदन तीन महीने में मुंगेली कलेक्टर बनकर चले गए। सरकार ने अब आकाश छिकारा को नया सीईओ बनाया है। आरडीए की पोस्टिंग की यही खास बात यही है कि अधिकांश सीईओ यहां से कलेक्टर बनकर निकले। अमित कटारिया रायगढ़ का कलेक्टर बनकर गए थे। इस फेहरिश्त में ऋतुराज रघुवंशी, प्रभात मलिक, अभिजीत सिंह, चंद्रकांत वर्मा, कुंदन कुमार, धमेंद्र साहू और प्रतीक जैन शामिल हैं। इन सभी के लिए आरडीए की पोस्टिंग शुभ रही थी। ऐसे में अब आकाश छिकारा कलेक्टरी की उम्मीद से हैं।
Chhattisgarh Government | CM Vishnu Deo Sai | chhattisgarh cm vishnu deo sai | CG News | cg news hindi | cg news update | cg news today | Chhattisgarh News | Chhattisgarh news today | chhattisgarh news update