छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू का खतरा अब बढ़ता ही जा रहा है। इस बिमारी से हर दूसरे दिन लोगों की मौत हो रही है। डराने वाली बात यह है कि ये बिमारी कोरोना वायरस की तरह हवा में फैल रही है। स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या अब 100 तक पहुंचने वाली है। इस आंकड़े से प्रदेश में हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग ने स्वाइन फ्लू और डेंगू के बढ़ते खतरे को देखते हुए अलर्ट जारी किया है।
महिला की मौत
स्वाइन फ्लू के चपेट में आकर एक और मौत की खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि स्वाइन फ्लू से पीड़ित 33 वर्षीय महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि दो नए मरीजों की भी पुष्टि हुई है। बता दें कि स्वाइन फ्लू की चपेट में आकर बिलासपुर में तीन मौत हो चुकी है। वहीं जिले में 40 एक्टिव केस है। बिलासपुर, धमतरी, राजनांदगांव और बालोद समेत प्रदेश के कई जिलों में स्वाइन फ्लू के मरीज मिल रहे है।
मौत से पसरा मातम
मिली जानकारी के अनुसार, हेमू नगर की रहने वाली 33 वर्षीय महिला की तबीयत कुछ दिनों से खराब थी। तेज बुखार और सर्दी खांसी से पीड़ित महिला का निजी अस्पताल में इलाज कराया गया। जहां डॉक्टर द्वारा दी गई दवा खाने के बावजूद महिला का स्वास्थ्य ठीक नहीं हुआ। परिजनों ने जब उसका स्वाइन फ्लू टेस्ट कराया तो वह पॉजिटिव निकली। जिसके बाद महिला को अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। महिला की मौत से परिवार में मातम का माहौल है।
यह बरते सावधानियां
खांसते या छींकते समय नाक और मुंह को टिशू से ढकें। इस्तेमाल करने के कूड़ेदान में फेंक दें।
हाथों को अक्सर साबुन और पानी से धोएं, विशेष रूप से खांसने या छींकने के बाद।
अपने आंख, नाक और मुंह को बार-बार छूने से बचें। रोगाणु इसी तरह फैलते हैं।
लक्षण नजर आते ही अस्पताल में जाकर जांच कराएं, बीमार लोगों के संपर्क में जाने से बचें।
हवा से फैलती है बीमारी
स्वाइन फ्लू एक संक्रमण है, जो एक प्रकार के फ्लू (इन्फ्लूएंजा) वायरस के कारण होता है। इन्फ्लूएंजा से पीड़ित व्यक्ति के खांसने या छींकने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है, इसलिए मरीजों को भर्ती करने के लिए आइसोलेशन वार्ड की जरूरत पड़ती है। इलाज करने वाले डॉक्टरों को एन-95 मास्क लगाना पड़ता है।
साथ ही पीड़ित के साथ अटेंडेंट साथ में नहीं रह सकता है। नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ को भी पर्याप्त सावधानी बरतनी पड़ती है। स्वास्थ्य विभाग ने स्वाइन फ्लू को लेकर पूरे प्रदेश में आइसोलेशव वार्ड तैयार किए हैं। जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज में आइसोलेशन वार्ड बनवाया गया है।
स्वाइन फ्लू के लक्षण
लोगों में स्वाइन फ्लू के लक्षण सामान्य मानव फ्लू के लक्षणों के समान ही होते हैं। इसमें बुखार, खांसी, गले में खराश, शरीर में दर्द, सिरदर्द, ठंड लगना और थकान शामिल हैं। कुछ लोगों ने दस्त और उल्टी की भी शिकायत होती है।
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