RAIPUR. कलेक्टर_एसपी कान्फ्रेंस के बाद सीएम एक्शन में आ गए। इस कान्फ्रेंस का असर कुछ देर बाद ही नजर आ गया। सीएम ने राजस्व विभाग के कामकाज पर भारी नाराजगी जताई थी। कान्फ्रेंस के बाद सरकार ने 161 अधिकारियों का तबादला कर दिया। यह सभी राजस्व विभाग से जुड़े हुए थे। 49 तहसीलदार समेत नायब तहसीलदार और आरआई सीएम की कार्रवाई के जद में आए। इसके अलावा वाणिज्यिक कर विभाग के उप पंजीयकों का तबादला सूची भी जारी हो गई।
सीएम को आया गुस्सा
अवैध कब्जे, फर्जी रजिस्ट्री और जमीन धोखाधड़ी के मामले लगातार सीएम हाउस पहुंच रहे थे। इस कान्फ्रेंस में सीएम ने राजस्व विभाग के अफसरों को खूब फटकारा था। सीएम ने कहा था कि यदि यह सब काम वे ही करेंगे तो तहसीलदार और कलेक्टर क्या कर रहे हैं। यह सारे मामले जिलों में ही खत्म होना चाहिए। यही कारण है कि इस कान्फ्रेंस के बाद सारे घर के बदल डाले की तर्ज पर सीएम ने तहसीलदार,नायब तहसीलदार और आरआई के थोकबंद तबादले कर दिए। यही नहीं उप पंजीयक भी इस तबादले की जद में आ गए।
नॉन परफॉर्मर अफसर भी बदले जाएंगे
ऐसा माना जा रहा है कि अब नॉन परफॉर्मर एसपी कलेक्टरों के तबादलों की भी बारी है। जिनका परफॉर्मेंस ठीक नहीं रहा है उनको बदला जाएगा। इस कान्फ्रेंस में सीएम ने अपने तेवर दिखा दिए हैं। उन्होंने कामकाज पर कुछ कलेक्टर और एसपी पर भी नाराजगी जताई थी। उन्होंने साफ कहा कि शराब के अवैध कारोबार के लिए सीधे एसपी जिम्मेदार होंगे। सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ में शांति-सुरक्षा स्थापित करने का संकल्प लेकर जाएं अधिकारी, तभी विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण होगा। शासन के लिए कलेक्टर-एसपी आंख, कान और हाथ, कानून व्यवस्था दुरुस्त करने में आपकी सबसे अहम भूमिका है। अवैध शराब, जुआ-सट्टा, नशाखोरी पर हो जीरो टॉलरेंस, शिकायतें मिलने पर एसपी होंगे जिम्मेदार होंगे।
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