मनीष गोधा, JAIPUR. हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा को लेकर राजस्थान और हरियाणा के मुख्यमंत्री आमने-सामने आ गए हैं। हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर के बयान पर पलटवार करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि नासिर-जुनैद हत्याकांड के आरोपियों को पकड़ने गई राजस्थान पुलिस का हरियाणा पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया था। उल्टा राजस्थान पुलिस के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज कर दी थी।
सीएम खट्टर ने कही थी पुलिस के सहयोग की बात
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बयान दिया था कि हरियाणा के कथित गौरक्षक मोनू मानेसर को पकड़ने के लिए राजस्थान पुलिस ने FIR की हुई है और वहीं उसे ढूंढ रही है। हम राजस्थान पुलिस का हर संभव सहयोग करेंगे। अभी मोनू मानेसर कहां है, इसका हमारे पास कोई इनपुट नहीं है। राजस्थान पुलिस के पास हो तो वो उसे गिरफ्तार करने के लिए स्वतंत्र है।
सीएम गहलोत ने किया पलटवार
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर मीडिया में बयान देते हैं कि राजस्थान पुलिस की हरसंभव मदद करेंगे परन्तु जब हमारी पुलिस नासिर-जुनैद हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करने गई तो हरियाणा पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया बल्कि राजस्थान पुलिस पर FIR तक दर्ज कर ली। जो आरोपी फरार…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 3, 2023
हरियाणा के मुख्यमंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर लिखा है कि जब राजस्थान की पुलिस हरियाणा में नासिर-जुनैद हत्याकांड के आरोपियों को पकड़ने के लिए गई थी, तब हरियाणा की पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया। यहां तक कि राजस्थान पुलिस के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज कर दी। मुख्यमंत्री गहलोत ने लिखा है कि नासिर-जुनैद हत्याकांड के जो आरोपी फरार हैं उन्हें पकड़ने में हरियाणा पुलिस कोई सहयोग नहीं कर रही है। खट्टर हरियाणा में हो रही हिंसा को रोकने में नाकाम रहे और लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं।
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राजस्थान पुलिस पर हरियाणा में हुई थी FIR
इस साल फरवरी में भरतपुर के मेवात क्षेत्र के 2 युवा नासिर-जुनैद के जले हुए शव हरियाणा के भिवानी जिले के लोहारू गांव में मिले थे। इस मामले में पुलिस ने हरियाणा के कथित गौरक्षक मोनू मानेसर सहित 21 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था और उन्हें पकड़ने के लिए टीमें भेजी गई थीं। जब राजस्थान पुलिस हरियाणा में आरोपियों को पकड़ने गई तो वहां पर आरोपियों के परिजन ने राजस्थान पुलिस के खिलाफ मारपीट की शिकायत की। इसके बाद हरियाणा पुलिस ने राजस्थान पुलिस के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। वहीं एक बार और राजस्थान पुलिस मोनू मानेसर को पकड़ने के लिए दबिश देने गई, लेकिन स्थानीय पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया।