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संजय गुप्ता, INDORE. एक अप्रैल से लागू होने वाले नए हिट एंड रन एक्ट का विरोध तेजी पकड़ने लगा है। इसके विरोध में ड्राइवरों ने गाडियां चलाना बंद करना शुरू कर दिया है। रविवार को इंडियन आयल कंपनी कै ड्राइवरों ने गाडियां खड़ी कर दी। इसी दौरान पुलिस और ड्राइवरों के बीच में झड़प हो गई। उधर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशनों ने खुलकर ड्राइवरों का समर्थन शुरू कर दिया है।
पुलिस ने ड्राइवरों को वाहन में बैठाया
हिट एंड रन कानून के बदलाव को लेकर इंदौर के इंडियन ऑयल डिपो के ड्राइवर शांतिपूर्ण विरोध कर रहे थे, जिसे दबाने के लिए पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। हड़ताल का नेतृत्व कर रहे ड्राइवर के साथ पुलिस की झूमा झटकी हुई और फिर बलपूर्वक खींचकर पुलिस वाहन पर बैठा दिया। इससे वहां का माहौल और बिगड़ गया।
आने वाले दिनों में हो सकता है तेल, गैस का संकट
हिट एंड रन कानून के बदलाव को लेकर विरोध शुरू हुआ है। विरोध के चलते पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया। हड़ताल के चलते इंदौर शहर सहित आसपास में भी पेट्रोल और डीजल की किल्लत हो सकती है। साथ ही रसोई गैस की आपूर्ति पर भी असर होने की आशंका हो गई है। पेट्रोल पंप संचालकों के पास सीमित स्टॉक है।
इस नियम का हो रहा विरोध
पेट्रोल-डीजल टैंकर एसोसिएशन के अध्यक्ष मुन्ना यादव ने बताया कि हम तो ड्राइवरों के साथ है। रोड पर चलते है तो कई बातें होती है, अब 10-15 हजार कमाने वाले ड्राइवर को जेल और लाखों रुपए का जुर्माना लगा दिया जाएगा तो फिर कौन यह नौकरी करना चाहेगा।
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन भी समर्थन में उतरे
इंदौर ट्रक ऑपरेटर्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने भी सभी ड्राइवरों से पत्र लिखकर कहा है कि वह उनके साथ है। संस्था चेयरमैन राजेंद्र त्रेहन और अध्यक्ष सीएल मुकाती ने कहा कि एक अप्रैल से लागू होने जा रहे इस एक्ट का हमने विरोध शुरू कर दिया है और हमारी संस्था आल इंडिया मोटर्स ट्रांसपोर्ट कांग्रेस द्वारा केंद्र से मांग की गई है कि इस पर पुनर्विचा करें। जरूरत हुई तो हम आंदोलन और चक्काजाम भी करेंगे।