अशोक वाइकर, SARNI. मध्यप्रदेश के सारणी में दो दिनों से लगी सावन की झड़ी शुक्रवार आधी रात के बाद मूसलाधार बारिश में तब्दील हो गई। रात 1 एक से 4 बजे तक 100 मिलीमीटर यानी की बादल फटने जैसी बारिश रिकॉर्ड हुई है। इस मूसलाधार बारिश को देख जलाशय प्रबंधन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में अधिकारी डैम पर पहुंच गए।
डैम के 7 गेट खोले
अधिकारियों ने पहाड़ी नदियों से आ रही बाढ़ को देख 7 गेट पहले 3-3 फीट की ऊंचाई पर खोले। फिर गेटों की ऊंचाई बढ़ाकर 5-5 फीट कर दी गई। इसके बाद भी जब लेवल मेंटेन नहीं हुआ तो 7 गेटों को 8-8 फीट तक खोल दिए गए। इस समय तवा नदी में सतपुड़ा डैम से प्रति सेकंड करीब 44 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। सीजन में पहली बार सतपुड़ा डैम से इतना ज्यादा पानी एक साथ छोड़ने से तवा नदी उफान पर है।
बाढ़ का दिखा रौद्र रूप, 32 गावों का संपर्क टूटा
सतपुड़ा डैम से पानी छोड़ते ही तवा नदी में भयंकर बाढ़ चल रही है। इसके चलते जनजीवन पर खासा असर पड़ा है। बीते 24 घंटे से सतपुड़ा डैम के गेट खुले होने से पुनर्वास कैंप के 32 से अधिक गांव का संपर्क शहरी क्षेत्र से टूटा है। तवा नदी के प्रमुख 2 मार्ग नांदिया घाट और शिवनपाठ रपटे पर पुल निर्माणाधीन है। यह दोनों मार्ग चोपना क्षेत्र के दर्जनों गांवों को शहरी क्षेत्र से सीधे जोड़ते है। तवा नदी में बाढ़ की वजह से बीते 24 घंटे से यह दोनों मार्ग पूरी तरह बंद है। इसका जबरदस्त असर जनजीवन पर पड़ा है।
4 घंटे में रिकॉर्ड हुई 100 मिलीमीटर बारिश
सतपुड़ा के केचमेंट एरिया में मूसलाधार बारिश का दौर जारी है। रात में 1 से 4 तक सतपुड़ा के कैचमेंट और पहाड़ी क्षेत्रों में 100 मिलीमीटर से ज्यादा यानी की बादल फटने जैसी बारिश रिकॉर्ड हुई है। जबकि बीते 24 घंटे में 142 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई है जो इस सीजन में सर्वाधिक बारिश है। 2 दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते सतपुड़ा डैम का लेवल करीब एक फीट डाउन कर लिया गया है। बारिश को देखते हुए फिलहाल डैम का लेवल 1431 फीट मेंटेन किया जा रहा है। इस सीजन में सारणी और आसपास के क्षेत्र में 852 मिमी बारिश अब तक रिकॉर्ड हो चुकी है।