JAIPUR. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोमवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की ओर से दायर आपराधिक मानहानि के मामले में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (VC) के जरिए दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए। सुनवाई के बाद एडिशनल चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट (एसीएमएम) हरजीत सिंह जसपाल ने मामले की अगली सुनवाई 21 अगस्त को तय की है। बता दे कि सीएम गहलोत ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे, उसी मामले में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया गया है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेश होने की मिली छूट
19 अगस्त को सेशन कोर्ट में इस मामले को लेकर पुनरीक्षण याचिका पर सुनवाई होगी। सीएम अशोक गहलोत ने मजिस्ट्रेट कोर्ट में मामले को लेकर पुनरीक्षण याचिका दायर करते हुए पेशी से छूट की मांग की थी। इस पर सेशन जज ने सुनवाई की और गहलोत को फिजिकल की जगह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेश होने की छूट दे दी।
केंद्रीय मंत्री शेखावत पर सीएम गहलोत ने लगाए थे आरोप
उल्लेखनीय है कि सीएम अशोक गहलोत ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और उनके परिवार पर संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी मामले में शामिल होने के आरोप लगाए थे। इन आरोपों के बाद ही गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज कराया था। मामले में राउज एवेन्यू स्थित एडिशनल चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट (एसीएमएम) हरजीत सिंह जसपाल की कोर्ट ने 6 जुलाई को सीएम गहलोत को समन जारी कर 7 अगस्त को व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए कहा था।
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क्या है संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी मामला
संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी में राजस्थान में करीब 1 लाख 46 हजार 993 निवेशकों ने 953 करोड़ रुपए निवेश किए थे। जिनका को-ऑपरेटिव सोसायटी ने दुरुपयोग कर लिया। इस घोटाले के मुख्य आरोपी विक्रम सिंह इंद्रोई सहित कई आरोपियों को एसओजी गिरफ्तार कर चुकी है। प्रदेश में संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी ने 211 शाखाएं खोल रखी थी, जबकि गुजरात में इसकी करीब 26 शाखाएं अलग-अलग जगहों पर खोल रखी थी।