JAIPUR. राजस्थान में चक्रवाती बिपरजॉय तूफान ने कहर बरपाया हुआ है। अजमेर और जालौर सहित कई इलाकों में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। इसे को देखते हुए सीएम अशोक गहलोत ने अपना कोटा दौरा रद्द कर दिया और सीएम मंगलवार (20 जून) को जालौर में बिपरजॉय प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे।
सीएम का मिनट टू मिनट कार्यक्रम
सीएम अशोक गहलोत सुबह नौ बजे जयपुर से रवाना होंगे। वहीं इसके बाद करीब दस बजे सीएम बाड़मेर की उत्तरलाई हवाई पट्टी पहुंचेंगे। यहां से करीब 11 बजे मुख्यमंत्री चौहटन पहुंचेंगे और बिपरजॉय चक्रवात से प्रभावित लोगों से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा करीब 12 बजे हेलीकॉप्टर के जरिए बिपरजॉय चक्रवात प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। इसके बाद एक बजे जालौर के सांचौर पहुंचेंगे और बिपरजॉय से प्रभावित लोगों के मिलेंगे। यहां से मुख्यमंत्री सिरोही के आबूरोड जाएंगे और फिर जालौर जाएंगे। यहीं पर सीएम रात्रि विश्राम करेंगे।
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जालौर, सिरोही और बाड़मेर समेत कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात
राजस्थान के जालौर, सिरोही और बाड़मेर जिलों में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की वजह से हुई भारी बारिश के कारण लोगों को बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। एसडीआरएफ टीम ने 59 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बिपरजॉय तूफान के कारण बनी परिस्थितियों को लेकर जालौर, सिरोही, बाड़मेर और पाली के जिलाधिकारियों से बात की। स्थिति नियंत्रण में हैं एवं लगातार निगरानी की जा रही है।
एसडीआरएफ टीम रेस्क्यू में लगी
एसडीआरएफ के कमांडेंट राजकुमार गुप्ता ने बताया कि बिपरजॉय तूफान के मद्देनजर जालौर जिले के भीनमाल कस्बे की बाढ़ग्रस्त ओड बस्ती में फंसे कुल 39 लोगों को एसडीआरएफ टीम ने वहां से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। उन्होंने बताया कि बाड़मेर जिले के धौरीमन्ना कस्बे के निचले इलाकों में पानी भरने से घरों में फंसे 20 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
बिपरजॉय पर सियासत, बीजेपी ने कहा- गहलोत सरकार का आपदा प्रबंधन फेल
बिपरजॉय तूफान तबाही के बाद सियासत का पारा चढ़ने लगा है। तूफान को लेकर बीजेपी ने गहलोत सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया हैं। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि बिपरजॉय तूफान से प्रदेश में भारी नुकसान हुआ है। तूफान को लेकर सभी सूचनाएं सरकार के पास पहले से थी। लेकिन उसके बाद भी सरकार का आपदा प्रबंधन फेल साबित हुआ। वहीं तूफान ने सरकार के दावों की पोल खोलकर रख दी है। सीपी जोशी ने कहा कि तूफान से 7 लोगों की जान चली जाने की सूचना हैं। सैंकड़ों लोग पानी में फंसे हुए हैं, कई घर ध्वस्त हो चुके हैं, अनेक लोग बेघर हो चुके हैं, कई गांव जलमग्न हो चुके हैं, लोगों के पास खाने पीने की वस्तुओं का अभाव है। कई लोगों के मवेशी मर चुके हैं और अस्पताल में पानी भरने से भर्ती मरीजों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।