BHILAI. अविभाजित मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा फ्रीडम फाइटर पाटन क्षेत्र के हैं और हमें गर्व है कि हम इस क्षेत्र से आते हैं। ये बातें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्राम दरबार मोखली में हुए डॉ. खूबचंद बघेल की 123वीं जंयती के अवसर पर कहीं। इस मौके पर उन्होंने बीजेपी के पूर्व विधायकों की सुरक्षा कम करने के सवाल पर चुटकी लेते हुए कहा कि यहां तो मुख्यमंत्री से ज्यादा सुरक्षा पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को मिली है। ये कोई मुद्दा नहीं, सेंट्रल और राज्य के अधिकारी मिलकर समीक्षा करते हैं और सुरक्षा व्यवस्था तय होती है। बीजेपी के पूर्व विधायकों ने आरोप लगाया था कि प्रदेश के संवेदनशील क्षेत्रों में जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा से प्रदेश की कांग्रेस सरकार खिलवाड़ कर रही है।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की प्रतिमा का अनावरण
इससे पहले सीएम भूपेश ने ग्राम के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. गैंदलाल बंछोर और स्व. घनालाल बंछोर की प्रतिमा का अनावरण भी किया और उनके परिवार से मुलाकात भी की। डॉ. खूबचंद बघेल की 123वीं जयंती समारोह के दौरान उन्होंने ग्राम दरबार मोखली में हाईस्कूल के हायर सेकंडरी में उन्नयन और शीतला तालाब के सौंदर्यीकरण की भी घोषणा की। इस मौके पर सीएम बघेल ने पाटन क्षेत्र के स्वतंत्रता सेनानियों की गौरवपूर्ण गाथा को भी याद किया।
सुरक्षा कम करने का मामला क्या था ?
शुक्रवार को बीजेपी के पूर्व विधायकों ने दावा किया था कि राज्य सरकार ने 16 जून को एक पत्र जारी करते हुए पूर्व विधायकों की सुरक्षा कम करने का निर्देश दिया है। सरकार ने इस निर्देश को लेकर 22 मई 2023 को प्रोटेक्शन रिव्यू ग्रुप की बैठक के बाद की गई अनुशंसा को आधार बनाया है। पूर्व विधायकों ने आरोप लगाया है कि प्रदेश के संवेदनशील क्षेत्रों में जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा से प्रदेश की कांग्रेस सरकार खिलवाड़ कर रही है। इस मामले की जानकारी देने के लिए पूर्व विधायकों की टीम ने राज्यपाल को ज्ञापन दिया था।
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पूर्व बीजेपी विधायकों ने राज्यपाल से क्या कहा ?
राज्यपाल से मिलकर पूर्व बीजेपी विधायकों ने कहा कि ब्लैकमेल कर प्रदेश कांग्रेस सरकार सत्ता हासिल करना चाहती है। आदिवासी क्षेत्र के पूर्व बीजेपी विधायकों की सुरक्षा व्यवस्था के साथ छेड़छाड़ कर उन्हें प्रभावहीन किया जा रहा है। राज्यपाल को सौंपे गए ज्ञापन में पूर्व विधायकों ने कहा कि एक ओर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बीजेपी के नेताओं, जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं की टारगेट किलिंग हो रही है। वहीं प्रदेश सरकार उनकी सुरक्षा कम करने का षड्यंत्र रच रही है। इसलिए हम राज्यपाल से सुरक्षा व्यवस्था यथावत बहाल करने की मांग कर रहे हैं।