NEW DELHI/RAIPUR. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार को दिल्ली में प्रेस कांफ्रेस करके केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। सीएम भूपेश ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार को बदनाम करने और दबाने की कोशिश की जा रही है। ये सिलसिला जुलाई 2020 से शुरू हुआ है, जब झारखंड चुनाव में इन्हें (बीजेपी) हार का सामना करना पड़ा, उसके बाद इन्होंने इसकी शुरुआत की। अपने राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के परिसरों पर ED की छापामार कार्रवाई को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र और बीजेपी पर कई आरोप लगाए।
आपने सिर्फ राजनीतिक एंगल देखा : सीएम भूपेश
दिल्ली दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अगले कुछ महीनों में आयकर के 200-250 कर्मियों की एक टीम पूरे छत्तीसगढ़ में छापेमारी करेगी, जैसे-जैसे वे अधिक छापेमारी करेंगे, उनकी सीटें कम होती जाएंगी। सीएम भूपेश दिल्ली ने AICC मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि अगर ईडी को किसी को पकड़ना ही था तो देश के बाहर के लोगों को पकड़ना चाहिए था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। आपने सिर्फ राजनीतिक एंगल देखा और अधिकारी किस में फंस सकते हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में ईडी और भी कार्यकर्ताओं के यहां जाकर उन्हें परेशान करेगी ताकि वे काम ना कर पाएं।
ये खबर भी पढ़ें...
यदि घोटाला हुआ है तो आरोपियों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे?
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि यदि आरोप सही है तो फिर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही?... जहां तक कोयला घोटाले की बात है, तो छत्तीसगढ़ में 85 प्रतिशत कोयला कारोबार केंद्रीय उपक्रम SECL के हाथों में है। यदि घोटाला हुआ है तो इनके अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही, खदानों में जो सुरक्षा अधिकारी हैं उन पर क्यों नहीं हो रही। सीएम भूपेश ने आगे ये भी कहा कि छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला, कोयला घोटाला और महादेव ऐप मामले में एक समानता है कि इसमें जो भी मुख्य आरोपी हैं, उन पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं हुई है। यदि शराब घोटाला हुआ है तो पहले तो डिस्टलरों पर कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन किसी पर कार्रवाई नहीं हुई। सीएम ने कहा कि महादेव एप में ये बाते सामने आ रही हैं कि इसमें कुछ बीजेपी नेता भी शामिल हैं।
ये खबर भी पढ़ें...
महादेव ऑनलाइन सट्टा को लेकर ED की कार्रवाई
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) यानी ED ने छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की थी, ED के अनुसार एएसआई चंद्रभूषण वर्मा और सतीश चंद्राकर दुबई स्थित महादेव ऑनलाइन बुक के प्रमोटरों से मोटी रकम ले रहे थे और इसे वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और मुख्यमंत्री कार्यालय में राजनीतिक रूप से जुड़े नेताओं को 'संरक्षण राशि' के रूप में वितरित कर रहे थे, ईडी ने आरोप लगाया कि सीएम भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले में शामिल थे। इस बार ईडी छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के करीबियों के घर पहुंची थी, 23 अगस्त को सुबह-सुबह प्रवर्तन निदेशालय की टीम सीएम भूपेश के सलाहकार विनोद वर्मा, भिलाई में मौजूद दो ओएसडी मनीष बंछोर और आशीष वर्मा के यहां पहुंची थी।