JAIPUR. जयपुर के विकास को लेकर सरकार के दो बड़े मंत्रियों शांति धारीवाल और प्रताप सिंह खाचरियावास की बयानबाजी सामने आई तो सीएम गहलोत ने इसका जवाब अपने तरीके से दिया और रविवार (25 जून) को मौजूदा सरकार के समय कराए गए विकास कार्य देखने निकल पड़े और अधिकारियों को निर्देश दिए कि समय से सारे काम पूरे कराएं।
जयपुर के विकास कार्य को लेकर दो दिन पहले ही सरकार के शहरी विकास मंत्री शांति धारीवाल और प्रताप सिंह खाचरियावास के बीच तीखी बयानबाजी सामने आई थी। इस बयानबाजी को लेकर पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा का भी कड़ा रूख सामने आया था। जिन्होंने शनिवार (24 जून) को कहा था कि मंत्रियों की बयानबाजी रोकने की जिम्मेदारी सीएम अशोक गहलोत की है। अब गहलोत ने दोनों मंत्रियों को क्या हिदायत दी, यह तो वे मंत्री ही जानें, लेकिन जयपुर में उनकी सरकार ने जो काम कराए हैं, उनके बारे में जनता तक 'मैसेज' पहुंचाने के लिए गहलोत खुद निकल पड़े और रविवार को उन जगहों का दौरा किया। जहां उनकी सरकार ने नए काम शुरू कराए हैं।
इन प्रोजेक्ट्स को देखा गहलोत ने
उन्होंने रविवार को जयपुर शहर का मैराथन दौरा करते हुए विभिन्न निर्माणाधीन प्रोजेक्ट्स का निरीक्षण किया। गहलोत ने पुरानी विधानसभा (सवाई मानसिंह टाउन हॉल) में विश्वस्तरीय राजस्थान धरोहर संग्रहालय, श्री गोविंद देवजी मंदिर, सवाई मानसिंह चिकित्सालय में आईपीडी टॉवर, महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ गवर्नेंस एण्ड सोशल साइंसेस तथा गांधी दर्शन म्यूजियम पहुंचकर अधिकारियों को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण कार्यों के निर्देश दिए।
पुरानी विधानसभा में बन रहे विश्वस्तरीय राजस्थान धरोहर संग्रहालय में राजस्थान के प्रत्येक क्षेत्र की क्षेत्रीयता, चित्रकला, स्कल्पचर, स्मारकों, कला-संस्कृति, रहन-सहन, खानपान आदि की विशेषताओं को समाहित किया जा रहा है। यहां प्रत्येक गैलेरी थीम आधारित होगी। गहलोत ने कहा कि म्यूजियम का कार्य ऐतिहासिक होगा। ऐसे कार्यों से पर्यटन और रोजगार बढ़ते हैं तथा राज्य की देश-दुनिया में अच्छी छवि बनती है।
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जयपुर आराध्य देव के किए दर्शन
मुख्यमंत्री ने जयपुर के श्री गोविंद देवजी मंदिर पहुंचकर जयकारों के बीच पूजा-अर्चना की और श्रद्धालुओं से भी संवाद किया। गहलोत ने कहा कि काशी विश्वनाथ और उज्जैन के महाकाल की तर्ज पर यहां भी 100 करोड़ रुपए की लागत से भव्य कॉरिडोर और अन्य विकास कार्य होंगे। इसकी डीपीआर बन रही है और कार्य शीघ्र शुरू होंगे।
आईपीडी टॉवर के कार्यों का किया अवलोकन
इसके साथ ही गहलोत ने सवाई मानसिंह अस्पताल में बन रहे 24 मंजिला आईपीडी टॉवर के कार्यों का अवलोकन किया। इसका कार्य अक्टूबर-नवंबर माह तक पूर्ण कर लिया जाएगा। गहलोत निर्माणाधीन महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ गवर्नेंस एंड सोशल साइंसेज भी पहुंचे और प्रत्येक ब्लॉक का अवलोकन कर अधिकारियों से विद्यार्थियों के लिए विकसित की जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। साथ ही, निर्माणाधीन राजकीय जयपुर महाविद्यालय एवं इसके अंतर्गत निर्मित किए जा रहे 200-200 क्षमता के बालक एवं बालिका छात्रावास, राजा रामदेव पोद्दार विद्यालय के लिए निर्मित किए जा रहे छात्रावास, डॉ. राधाकृष्णन लाइब्रेरी एंड लर्निंग सेंटर एवं पोद्दार स्कूल के जीर्णोद्धार कार्यों का अवलोकन किया। गहलोत सेंट्रल पार्क में निर्माणाधीन गांधी दर्शन म्यूजियम भी पहुंचे और यहां चल रहे काम का अवलोकन कर समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण कार्य के निर्देश दिए। करीब 82 करोड़ रुपए की लागत के इस प्रोजेक्ट का कार्य 15 अगस्त, 2023 तक पूर्ण होना अनुमानित है।
यह कहा था धारीवाल ने
तीन दिन पहले उदयपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए धारीवाल ने कहा था कि जयपुर बहुत बड़ा शहर है, लेकिन पिछड़ रहा है। प्रदेश में स्मार्ट सिटी में चार शहर कोटा, अजमेर, जयपुर और उदयपुर लिए गए हैं। सबसे ज्यादा पिछड़ा हुआ काम जयपुर का है। मैं वहीं का हूं, लेकिन मैं कुछ नहीं कर सका। तीन-तीन मंत्री, छह-छह विधायक हैं। यही सबसे बड़ी प्रॉब्लम है। अगर ना मंत्री होते, ना विधायक होते तो काम समय पर पूरे हो जाते हैं। उन मंत्री-विधायकों के आपसी विवाद जो पैदा हो जाते हैं, इसलिए काम अटक जाते हैं। वो कहता है कि यह योजना लाओ, इसको बदलो, इसको करो, उसी में मामला उलझता जाता है।
यह जवाब दिया था खाचरियावास ने
धारीवाल के बयान पर टिप्पणी करते हुए सरकार के तेजतर्रार मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने धारीवाल पर सिर्फ उनके शहर कोटा का ध्यान रखेन का आरोप लगा दिया था और कहा था कि धारीवाल की आदत है झूठे बयान देना, झूठे बयान देकर माहौल बनाने कोशिश करना। जयपुर विकास में बहुत पीछे नहीं है। जयपुर विकास में नंबर वन है। जयपुर के तीन मंत्री और छह विधायकों में दम है। यही कारण है कि जयपुर में मेट्रो, टनल, पुलिया, अंडरपास आए। जयपुर में बीसलपुर का पानी लाए। यह किसी एक मंत्री की मेहरबानी से नहीं हुआ है। यह सरकार की ताकत है। धारीवाल हमेशा पत्थर फेंकते हैं। जब आप पत्थर फेंकोगे तो आप मानकर चलिए छींटे उछलेंगे।
रंधावा ने कहा सीएम लगाएं लगाम
मंत्रियों की इस बयानबाजी पर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने नाराजगी जताते हुए कहाा कि मंत्रियों को बोलते समय ध्यान रखना चाहिए और यदि वे ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं तो इन पर सीएम को लगाम लगानी चाहिए।